बिहार में `मंगल` स्वास्थ्य व्यवस्था! खड़ी रही एंबुलेंस लेकिन बाइक पर शव लेकर गए परिजन
बाढ़ से आई एक तस्वीर को देखकर किसी भी `सिस्टम` को शर्म आ जाए. लेकिन बिहार के हेल्थ सिस्टम को शर्म नहीं आती है. 13,264 करोड़ के स्वास्थ्य बजट वाले बिहार के बाढ़ अनुमंडल अस्पताल में एंबुलेंस नहीं मिली, तो परिजन बाइक से शव लेकर गए.
Barh: पटना के बाढ़ अनुमंडल अस्पताल से शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है. दो बच्चों के शव के साथ परिजन अस्पताल में घूमते रहे लेकिन उन्हें एंबुलेंस नहीं मिला. मजबूरी में दोनों शव को बाइक से परिजन ले गए. स्वास्थ्य विभाग में ऐसी 'मंगल' व्यवस्था है कि देखकर किसी को भी शर्म आ जाए.
दरअसल, बाढ़ से आई एक तस्वीर को देखकर किसी भी 'सिस्टम' को शर्म आ जाए. लेकिन बिहार के हेल्थ सिस्टम को शर्म नहीं आती है. 13,264 करोड़ के स्वास्थ्य बजट वाले बिहार के बाढ़ अनुमंडल अस्पताल में एंबुलेंस नहीं मिली, तो परिजन अपने जिगर के टुकड़ों को कलेजे से लगाकर बाइक से दाह संस्कार करने ले गए. वहीं, इस शर्मसार करने वाली तस्वीर को जिसने भी देखा उसका सिर झुक गया. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी ये सिस्टम आज भी सिर उठाए खड़ा है!
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जानकारी के अनुसार, बाढ़ अनुमंडल के पंडारक प्रखंड के मंझिला बीघा में रविवार को नहाने के दौरान 4 बच्चे डूबने लगे. इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने दो बच्चों को तो बचा लिया, लेकिन दो बच्चे की मौत हो गई. मृत बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए बाढ़ अनुमंडल अस्पताल लाया गया. यहां पोस्टमॉर्टम तो हुआ लेकिन शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिली.
वहीं, इस मामले को लेकर वार्ड मेंबर नीतीश कुमार ने कहा, 'हमें बताया गया कि यहां पर सिर्फ अभी दो ही एंबुलेंस हैं. ऐसे में हमने खुद ही शवों को पूरी तरह से ढका और उन्हें अंतिम संस्कार के लिए लेकर चले गए.' इधर, जब वीडियो वायरल हुआ और तस्वीर खबरें बनने लगी तो हेल्थ विभाग की नींद खुली. अस्पताल की उपाधीक्षक डॉ विभा कुमारी सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि वो सभी को एंबुलेंस मुहैया कराती हैं. वो इस मामले की जांच करेगी. इसके अलावा वो ये भी सुनिश्चित करेंगे कि इस तरह की घटना आने वाले समय में ना हो.
(इनपुट-सुनील कुमार अंशु)