Patna: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद(यू) ने भाजपा पर  चुनावी लाभ के लिए तमिलनाडु में प्रवासी श्रमिकों पर हमले की अफवाह  फैलाने का आरोप लगाया. जद(यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने यह भी कहा कि हालांकि उनकी पार्टी दूसरे देश की धरती पर देश की आलोचना करने के पक्ष में नहीं है, लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी का अपने कैम्ब्रिज दौरे के दौरान "भारत में लोकतंत्र के लिए खतरे" के बारे में अपनी चिंताएं व्यक्त करना उनका व्यक्तिगत अधिकार है. 


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बीजेपी पर साधा निशाना


ललन ने कहा, 'यह पता चला है कि तमिलनाडु में कुछ भी नहीं हुआ था. जरा उन लोगों को देखिए जिन पर अफवाह फैलाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है और उन्हें गिरफ्तार किया गया है.' कुछ ही महीने पहले भाजपा का साथ छोड़कर महागठबंधन सरकर बनाने वाली जद(यू) के अध्यक्ष ने कहा, 'तो, यह है भाजपा का चरित्र. अफवाहें फैलाना, विरोध करने वाली पार्टियों से जोर जबरदस्ती, यह सब चुनावी फायदे के लिए, लेकिन यह गलती कर रहा है. देश के लोग अब उनकी नौटंकी को जान चुके हैं.'


राहुल के बयान पर कही ये बात


विदेश में राहुल गांधी की टिप्पणी से उपजे विवाद के बारे में पूछे जाने पर, ललन ने कहा, "हमारा मानना है कि देश की समस्याओं पर घरेलू धरती पर बेहतर तरीके से चर्चा की जाती है, जो एक बहुत बड़ा मंच प्रदान करती है. हमें नहीं लगता कि किसी विदेशी धरती पर अपने देश की आलोचना की जानी चाहिए.'' जद (यू) के अध्यक्ष ने साथ ही यह भी कहा, "हम यह भी मानते हैं कि राहुल गांधी भारत में लोकतंत्र के खतरों के बारे में अपनी चिंताओं को व्यक्त करने का व्यक्तिगत अधिकार रखते हैं और खतरा वास्तविक है. चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर उच्चतम न्यायालय के हालिया फैसले से यह तथ्य सामने आया है.''


नागालैंड को लेकर दिया बयान 


उन्होंने कहा कि भाजपा का "जोड़ तोड़" (अन्य दलों को विभाजित करने का प्रयास) नागालैंड में काम कर रहा था, जहां जद (यू) के एकमात्र विधायक ने नवगठित सरकार जिसमें भगवा पार्टी एक हिस्सा है, को समर्थन देने की पेशकश की. जद (यू) अध्यक्ष ने कहा, 'चूंकि हम मानते हैं कि हमारा भाजपा के साथ कोई संबंध नहीं हो सकता है, हमने नागालैंड इकाई को घोर अनुशासनहीनता का दोषी ठहराया और इसे भंग करने का निर्णय लिया. '


(इनपुट: भाषा के साथ)