Bihar BPSC Teacher Salary 2023: बीपीएससी की तरफ से बिहार में प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों के 170461 पदों के लिए परीक्षा का आयोजन किया जा चुका है. अब अभ्यर्थी उसके परीक्षा परिणामों का इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में इस परीक्षा में सफल होनेवाले पीआरटी, पीजीटी और टीजीटी शिक्षकों का वेतनमान कितना होगा इसके बारे में भी जान लेना भी आवश्यक है. 


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ऐसे में बीपीएससी की तरफ से जारी आधिकारिक अधिसूचना की मानें तो बिहार में कक्षा 1 से 5 तक के नियोजित शिक्षकों को 25,000 रुपये के मूल वेतनमान पर वेतन मिलेगा वहीं कक्षा 9 से 10 के शिक्षकों को 31000 रुपये का वेतन मिलेगा और कक्षा 11 और 12 के शिक्षकों को मूल वेतन 32000 रुपये होगा. बिहार पीआरटी, टीजीटी और पीजीटी शिक्षक को वेतन के तौर पर डीए और एचआरए क्रमशः 42% और 8% दिए जाएंगे. 


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ऐसे में आपको बता दें कि बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा के द्वारा चयनित सभी उम्मीदवारों को अलग-अलग कैटेगरी में योगदान के बाद मूल वेतन, डीए, एचआरए, सीटीए, मेडिकल और बहुत कुछ जैसे विभिन्न घटक शामिल किए गए हैं. ऐसे में 7वें वेतन आयोग के अनुसार, चयनित उम्मीदवारों को वेतन के साथ विभिन्न सुविधाएं और भत्ते मिलेंगे. भत्तों की सूची में एचआरए, डीए, चिकित्सा अवकाश, मातृत्व अवकाश और अन्य भत्ते शामिल हैं. 


प्रथमिक शिक्षक के लिए मूल वेतन 25000, एचआएए 2 हजार, डीए 10,500, मेडिकल अलाउंस 1 हजार यानी उनको कुल सैलेरी 40,630 रुपए मिलेगा. वहीं बिहार टीजीटी शिक्षक या माध्यमिक शिक्षक को बेसिक पे 31000, HRA- 2480, DA- 13020, मेडिकल अलाउंस 1000 रुपए यानी कुल वेतन 49630 रुपए होगा. वहीं पीजीटी टीचर या वरिष्ठ माध्यमिक शिक्षक के लिए वेतनमान की बात करें तो 
बेसिक पे 32000, एचआरए 2560, डीए 13440 रुपए और मेडिकल अलाउंस 1 हजार यानी कुल मिलाकर 51130 रुपए वेतनमान निर्धारित किया गया है. 


वहीं बता दें कि बिहार शिक्षक पद के लिए चयनित उम्मीदवारों को 2 साल की अवधि के लिए प्रोविशन पीरियेड से गुजरना होगा. इस अवधि के दौरान, स्कूल अधिकारियों द्वारा उनके प्रदर्शन और व्यवहार का मूल्यांकन और निगरानी की जाएगी. इस अवधि के सफलतापूर्वक पूरा होने पर, वे चयन ग्रेड में पदोन्नति के लिए पात्र होंगे. 


चयन ग्रेड में पदोन्नत होने के लिए शिक्षक की योग्यता कम से कम तीन साल की सेवा और स्नातक की डिग्री होनी चाहिए. दूसरी ओर, वरिष्ठ ग्रेड में पदोन्नति के लिए पात्र होने के लिए शिक्षकों को 10 साल की सेवा पूरी करनी होगी और उनके पास मास्टर डिग्री होनी चाहिए. 15 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले शिक्षक प्रधानाध्यापक/प्रधानाचार्य पद पर प्रोन्नति के लिए पात्र माने जायेंगे.