Patna: राज्य में कोरोना (Corona) के मामले लगातार कम हो रहे हैं. इसके अलावा कोरोना के गिरते हुए मामलों के बीच सरकार की तरफ से छूट दी जा रही है. इसी बीच राज्य में सभी निजी और सरकारी शैक्षणिक संस्थानो को फिर से खोलने की तैयारियां शुरू हो गई है. पहले चरण में इंटर से लेकर पीजी तक के शैक्षणिक संस्थान खोले जाएंगे. कॉलेजों ने भी इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. 


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बोरिंग रोड स्थित अनुग्रह नारायण कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर एसपी शाही ने कहा कि कोरोना की वजह से पढ़ाई सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है. लिहाजा शैक्षणिक गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है. 


दरअसल, बिहार में होली के करीब ही कोरोना की दस्तक हो गई थी. जिसके बाद शिक्षा विभाग ने तत्काल प्रभाव से सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया था. इसके बाद अप्रैल,मई,जून तक सभी निजी और सरकारी संस्थान बंद रहे थे. लेकिन अब बिहार में कोरोना के केस कम होते जा रहे हैं. लिहाजा विभाग ने छह जुलाई के बाद चरणबद्ध तरीके से शैक्षणिक संस्थानों को खोलने पर विचार करना शुरू कर दिया है. इस बात की जानकारी शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी (Education Minister Vijay Kumar Choudhary) ​ने ट्वीट करके दी थी. 


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इस को लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले चरण में इंटर से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट तक के संस्थान खोले जाएंगे, लेकिन अभी पक्का कुछ भी नहीं है. सब कुछ कोरोना के उस वक्त के हालात पर निर्भर करेगा. संभव है कि अगले कुछ दिनों में शैक्षणिक संस्थानों से जुड़ा कोई ठोस फैसला आ जाए.


आइये जानते हैं कि शिक्षा विभाग की योजना


  • पहले चरण में इंटर से लेकर पीजी तक के सभी सरकारी और निजी शैक्षणिक संस्थान खोले जाएंगे.

  • दूसरे चरण में क्लास नौ से लेकर दस तक के निजी और सरकारी स्कूल खोले जाएंगे

  • तीसरे चरण में क्लास पांच से लेकर क्लास आठ तक के स्कूल खोले जाएंगे.

  • नर्सरी के बच्चों को लेकर अभी कोई भी फैसला नहीं लिया गया है. 


ज्ञात जानकारी के अनुसार नर्सरी स्कूलों को अभी कुछ महीने तक नहीं खोला जाएगा. सर्दियों के दौरान इस पर कोई फैसला लिया जाएगा. 


संभव गाइडलाइंस


  • पिछली बार की तरह इस बार भी पचास फीसदी छात्र और शिक्षकों की मौजूदगी के साथ शैक्षणिक संस्थान खोले जाएंगे.

  • अल्टरनेट डेज पर छात्रों को बुलाया जाएगा. 

  • कोरोना प्रोटोकॉल यानि छात्रों के बीच दो फीट की दूरी या फिर एक बेंच एक ही छात्र नजर आएगा. 

  • बच्चो के स्कूल आने पर  माता पिता की सहमति जरूरी होगी


शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि महामारी की वजह से पढ़ाई सबसे अधिक प्रभावित हुई है. लिहाजा स्कूल को खोलने पर गंभीरता से विचार हो रहा है. जिस रफ्तार से कोरोना के केस घटे हैं, उससे देखकर अब उम्मीद जा सकती है कि जल्द ही कॉलेजों को खोल दिया जाएगा. इस संबंध में कोई भी फैसला छह जुलाई के हालात को देखते हुए लिया जाएगा.