Patna: बिहार के कुख्यात नक्सली चंदन सिंह (Naxali Chandan Singh) की रिमांड की अवधि खत्म होने के बाद एनआईए की टीम ने उसे कड़ी सुरक्षा के बीच एनआईए के स्पेशल कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे बेउर जेल (Beur Jail) भेज दिया गया.


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कुख्यात परशुराम सिंह को एसटीएफ की टीम ने 31 मार्च को जहानाबाद के बिसतौल गांव से गिरफ्तार किया था, जिसके घर से भारी मात्रा में बिस्फोट बरामद किए गए थे. परशुराम सिंह के पूछताछ में हुए खुलासे के बाद कुख्यात नक्सली संजय सिंह और परशुराम सिंह के बेटे गौतम सिंह को दानापुर के गजाधर चौक से गिरफ्तार करने में एसटीएफ की टीम को बड़ी सफलता मिली थी.


बताते चलें कि कुख्यात नक्सली परशुराम सिंह का अन्य कई जिलों के नक्सलियों से संपर्क होने की एसटीएफ को सूचना मिली थी, जिसके बाद एसटीएफ की टीम ने 31 मार्च को बिसतौल गांव में छापेमारी के दौरान 605 डेटोनेटर,279 डेटोनेटर कैप, वायरलेस सेट, पुलिस कमांडो की तीन वर्दी, इंकम्प्लीट पांच हैंडग्रेनेड, नक्सली साहित्य समेत अन्य कई विस्फोटक समान की बरामदगी किया था. 


परशुराम सिंह ने पूछताछ में नक्सली संजय सिंह और गौतम सिंह का खुलासा किया जहां एसटीएफ ने दानापुर के गजाधर चौक से संजय सिंह और गौतम सिंह जो परशुराम सिंह का बेटा को गिरफ्तार कर लिया. 


जानाकरी के मुताबिक, बरामद किए गये भारी मात्रा में विस्फोटक को लेकर एनआईए ने अपने स्तर से जांच शुरू किया जहां एनआईए को अन्य राज्यों में हथियार और विस्फोटक सप्लाई करने का इनपुट मिला. इसको लेकर बेउर जेल में बंद नक्सली गौतम सिंह को रांची एनआईए की टीम ने पूछताछ के लिए 1 अगस्त को चार दिनों के लिए रिमांड पर लेकर पूछताछ किया.


रिमांड की अवधि खत्म होते ही एनआईए के स्पेशल कोर्ट में आज पेशी कराई गई थी, जिसे फिलहाल न्याययिक हिरासत में बेउर जेल भेज दिया गया. फिलहाल कुख्यात नक्सली गौतम सिंह के पूछताछ में किए गए खुलासा के बाद एनआईए पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है, जहां कई बड़े खुलासे की उम्मीद जताई जा रही है.