Bihar School Admission Cancel: बिहार में पिछले दो हफ़्तों में तीन लाख से अधिक विद्यार्थियों का नामांकन रद्द कर दिया है. सरकारी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक व उच्च माध्यिक स्कूलों से विद्यार्थियों के नामांकन रद्द होने का आंकड़ा हर दिन बढ़ता जा रहा है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश के बाद राज्य के स्कूलों का निरीक्षण हो रहा है. इसी कड़ी में  लगातार 15 दिनों तक अनुपस्थित रहने वाले कक्षा एक से 12 वीं तक के विद्यार्थियों का नामांकन रद्द किया जा रहा है. 


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24 अक्टूबर तक हुए निरीक्षण के दौरान क्लास एक से 12वीं तक के कुल 21 लाख 90 हजार 20 विद्यार्थियों के नामों को काट दिया गया है, इसमें नौवीं से 12वीं तक के दो लाख 66 हजार 564 विद्यार्थी हैं. इसके अलावा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इन विद्यार्थियों के आगामी मैट्रिक एवं इंटर की परीक्षा देने पर भी रोक लगा दी है.


अपर मुख्य सचिव के आदेश के बाद से जुलाई से स्कूलों के निरीक्षण की प्रक्रिया जारी है. सबसे अधिक नामांकन पूर्वी चंपारण से रद्द किए गए हैं, यहां 1,43,140 विद्यार्थियों का नामांकन रद्द कर दिया है. सबसे कम नामांकन शेखपुरा जिले में रद्द हुए हैं, यहां 13,237 विद्यार्थियों का नामांकन रद्द किया गया है. 


ऐसे ले सकते हैं फिर से एडमिशन 


शिक्षा विभाग ने बताया है कि जिन  विद्यार्थियों का नाम उपस्थिति कम होने के कारण काट दिया गया है, उन्हें दोबारा एडमिशन कराने का मौका भी मिलेगा. इसको लेकर डीईओ अमित कुमार ने कहा कि अगर कम उपस्थिति के कारण किसी बच्चे का नामांकन रद्द कर दिया गया तो अभिभावक नियमित स्कूल आने का शपथ पत्र जमा कराकर बच्चे का दोबारा नामांकन करा सकते हैं. लेकिन नियमित स्कूल ना आने पर फिर से नामांकन रद्द हो सकता है.