Bihar: विपक्षी विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष से मिली चेतावनी, शुरू हुई सियासी बयानबाजी
बिहार विधानसभा में अनुशासन के मसले पर विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने शुक्रवार को भाजपा विधायकों को सदन में मर्यादा और शिष्टाचार का पालन नहीं करने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी.
पटना : बिहार विधानसभा में अनुशासन के मसले पर विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने शुक्रवार को भाजपा विधायकों को सदन में मर्यादा और शिष्टाचार का पालन नहीं करने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी. बिहार विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विपक्षी विधायकों ने किसी भी मुद्दे पर चिल्लाने और सदन के वेल में बार-बार आने की आदत डाल ली है जो सही नहीं है. विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा के 5 विधायकों को चेतावनी देते हुए ये सब कहा तो इस पर भाजपा की तरफ से भी प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई.
जिन लोगों को चेतावनी दी गई है उनमें भाजपा विधायक संजय सिंह, जनक सिंह, जीवेश कुमार, प्रमोद कुमार और लखरेंद्र पासवान के नाम शामिल हैं. इस मामले को लेकर भाजपा के नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने तीखी प्रतिक्रिया दी तो वहीं महागठबंधन के घटक दल कांग्रेस आरजेडी और जेडीयू ने इस चेतावनी को सही करार दिया है और कहा है कि यदि गलत करेंगे तो किसी के खिलाफ भी विधि सम्मत कार्रवाई होगी.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि यहां भाजपा के विधायकों को आचरणा संभालने की जरूरत नहीं है बल्कि उनको आचरण सुधारना है जो प्रदेश को जंगलराज से गुंडाराज की ओर लेकर जा रहे हैं. रोज प्रदेश में लोगों की हत्याएं की जा रही है. अपहरण, बलात्कार लूट तो आम सी बात हो गई है. जिस तरह से सत्ता में बैठे लोग बालू और दारू माफिया से गठजोड़ कर बिहार को बरबाद कर रहे हैं वह अपना आचरण सुधारें. हमलोगों को आचरण सुधारने का उपदेश क्यों दिया जाता है.
कांग्रेस के विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि सदन में सकारात्मक चर्चा होती है लेकिन विपक्ष के विधायक चर्चा में ना शामिल होकर सिर्फ हंगामा करते हैं और अनुशासनहीनता भी. इसी बात को लेकर ही विधानसभा अध्यक्ष की ओर से चेतावनी दी गई है जो सही है.
वहीं आरजेडी के विधायक रामानुज प्रसाद ने कहा कि विपक्ष के लोग सिर्फ हंगामा और शोर-शराबा करना जानते हैं. जबकि काम से उन्हें कोई लेना देना नहीं है. वेल में आकर हंगामा करना और सदन का बहिष्कार करना यही उनका काम है. सदन की चर्चा में वह शामिल तो नहीं होते हैं और अनुशासनहीनता भी देखी जा रही है जिसको लेकर आसन की ओर से उन्हें चेतावनी दी गई है. कोई भी हो यदि गलत करेगा तो विधि सम्मत कार्रवाई उस पर होगी.
वहीं बिहार सरकार के मंत्री जमा खान ने कहा कि विपक्ष को चर्चा में भाग लेना चाहिए और अलग-अलग मुद्दों पर सरकार से सवाल करना चाहिए लेकिन विपक्ष चर्चा से भाग रही है साथ ही अनुशासनहीनता भी देखी जा रही है जिसको लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने संज्ञान लेते हुए चेतावनी दी है.