Patna: लालू यादव के द्वारा जातीय जनगणना पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के बयान के बाद एक बार फिर से राजनीति गर्म हो गई है. उनके बयान के बाद आरजेडी और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने सवाल खड़े किया हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

RJD ने साधा निशाना 


RJD के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने संजय जायसवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उसका ये बयान गलत है. उन्हें अब ये बताना चाहिए कि जब 2005 में संजय जायसवाल के पिता मदन जयसवाल लालू यादव के पास टिकट के लिए आए थे और क्या वह वो दिन भूल गए हैं, जब बीजेपी ने उनको पेट पर लात मारी थी. तब वो लालू यादव की चरण वंदना कर रहे थे. 


उन्होंने आगे कहा कि जातिगत जनगणना इस देश की मांग है. कमंडल वाले 1990 में भी मंडल का विरोध कर रहे थे और आज भी विरोध ही कर रहे हैं. ऐसे में हमें कुछ भी नया नहीं दिख रहा है. संजय जायसवाल के बयान उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शा रहे हैं. बीजेपी इस लिए इसका विरोध कर रही है कि ताकि सत्ता संपत्ति पर एक आधिपत्य हमेशा उनकी ही रहें. 


कांग्रेस के निशाने पर भी आए 


कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा संजय जयसवाल किसको घटिया मानसिकता बता रहे हैं? लालू प्रसाद जन-जन आवाज़ उठाते रहे हैं. जब बीजेपी ने 2005 में संजय जायसवाल के पिता मदन जयसवाल को दुत्कार दिया था तो दोनों ही लालू के पास गए थे. इस दौरान संजय RJD के चुनाव चिन्ह पर ही चुनाव लड़ पाए थे. RJD में होने पर लालू प्रसाद यादव महान थे और अब वो बेकार है. इससे साफ़ है कि संजय जायसवाल की सोच कितनी गलत है.


JDU ने किया खुद को अलग 


जातीय जनगणना को लेकर JDU के प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा है कि पार्टी चाहती है कि राज्य में जातीय जनगणना हो क्योंकि 1931 के बाद अभी तक जातीय जनगणना नहीं हुई है. ऐसे में अब ये होनी चाहिये.


 



'