Sheikhpura: शेखपुरा जिले में डायरिया का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बार सदर प्रखंड के लोदीपुर गांव के हरिजन टोला में डायरिया के प्रकोप से पिता-पुत्र की मौत हो गई, जबकि कई लोग अभी भी बीमार हैं. डायरिया संक्रमण की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घर-घर जाकर बीमार लोगों का चेकअप किया. 


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ग्रामीणों ने बताया कि 4 दिनों से लगातार उल्टी दस्त की शिकायत पर लोग स्थानीय स्तर पर ही इलाज करा रहे थे. इस दौरान 70 साल के प्रयाग मांझी की मौत हो गई. उनके 30 साल के बेटे की भी उल्टी दस्त की शिकायत के बाद मौत हो गयी. घटना के बाद से हरिजन टोला में मातम का माहौल है. वहीं, अभी भी कई लोग गांव में बीमार हैं. 


इस मामले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शेखपुरा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का कहना है कि पिता-पुत्र की मौत उल्टी दस्त के बाद हुई है, मेडिकल टीम को सूचना मिलते ही मेडिकल टीम गांव पहुंची और हरिजन टोला के सभी घर के लोगों का मेडिकल चेकअप किया. इसके अलावा, दवाई के साथ-साथ बीएसी पाउडर का छिड़काव गांव में किया गया है. वहीं, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि चार लोग अभी बीमार हैं, लेकिन सभी खतरे से बाहर हैं. 


डायरिया से बचाव को लेकर साफ-सफाई अपनाने के लिए भी कहा गया है. लोदीपुर गांव में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करते हुए स्वच्छता अभियान चलाया गया, और लोगों को जागरुक किया गया. इसके अलाव, डायरिया की शिकायत पर पास के अस्पताल से सम्पर्क करने के लिए कहा गया. 


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हसौड़ी गांव में डायरिया की चपेट में आकर परिवार के 3 लोगों की मौत
बता दें कि शेखपुरा में पिछले एक महीने से किसी न किसी गांव में डायरिया के प्रकोप से लोग बीमार हैं. वहीं, सदर प्रखंड के हसौड़ी गांव में डायरिया की चपेट में आने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत बीते 18 अगस्त को हो गई थी, जबकि गांव में करीब दर्जन भर से ज्यादा लोग बीमार हुए थे. 


कुसुंभा गांव में भी डायरिया के प्रकोप से 6 लोग बीमार हुए थे
जानकारी के अनुसार, शेखपुरा सदर प्रखंड के ही कुसुंभा गांव में भी डायरिया के प्रकोप से 6 लोग बीमार हुए थे, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम की सजगता के कारण सभी लोग स्वस्थ हैं. अरियरी प्रखंड के अरियरी गांव में ही डायरिया से 3 लोग बीमार हुए थे. जरूरत है स्वास्थ्य विभाग बरसात के मौसम में ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष निगरानी के साथ जागरूकता अभियान चलाए, ताकि लोग डायरिया के बचाव का तरीका अपनाकर सुरक्षित रह सके.


(इनपुट- रोहित)



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