BPSC Teacher Exam: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने 16 जुलाई, 2024 दिन मंगलवार को घोषणा की कि उसने 19 जुलाई से शुरू होने वाली शिक्षक भर्ती परीक्षा (TRE-3) 2024 में पेपर लीक और अन्य गड़बड़ियों को रोकने के लिए उन्नत सुरक्षा उपाय पेश किए हैं. बीपीएससी की तरफ से इस परीक्षा के लिए किए गए सुरक्षा उपायों में प्रश्न पत्रों के कई सेट, बार कोड का इस्तेमाल करते हुए ई-प्रवेश पत्र जारी करना, सभी 400 परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाना आदि शामिल है. इससे पहले प्रश्न पत्र लीक होने के बाद आयोग ने इस साल 15 मार्च को आयोजित टीआरई-3 को रद्द कर दिया था. 


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बीपीएससी के अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई ने 16 जुलाई, 2024 दिन मंगलवार को कहा कि बीपीएससी ने पेपर लीक और अन्य कदाचारों को रोकने के लिए भर्ती परीक्षाओं में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं. राज्य में 19 जुलाई से 22 जुलाई तक आयोजित होने वाली टीआरई-3 के सभी परीक्षा केंद्रों पर नए उपाय लागू किए जाएंगे. 


उन्होंने कहा कि परीक्षा तीन दिनों 19 से 21 जुलाई तक एक पाली में आयोजित की जायेगी जबकि 22 जुलाई को यह दो बैठकों में आयोजित होगी. बीपीएससी अध्यक्ष ने बताया कि 6 लाख अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि टीआरई-3 में खामियों को दूर करने और धोखाधड़ी और प्रश्न पत्रों के लीक को रोकने के लिए कई नए उपाय किए गए हैं. 


आयोग ने प्रश्नपत्रों के कई सेट तैयार किए हैं...कौन सा सेट वितरित करना है, इसका निर्णय परीक्षा से कुछ घंटे पहले किया जाएगा. संबंधित जिलाधिकारी को परीक्षा के दिन सुबह लगभग 9 बजे प्रश्न पत्रों के एक विशिष्ट सेट के वितरण के बारे में सूचित किया जाएगा. बीपीएससी अध्यक्ष ने कहा कि इसके अलावा प्रश्न पत्रों के सेट के लिए अलग-अलग रंग कोड का उपयोग किया जाएगा. 


उन्होंने आगे कहा कि परीक्षा में अनुचित साधनों के उपयोग को रोकने के लिए प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर जैमर लगाया जाएगा. राज्य के सभी परीक्षा केंद्रों पर करीब 10,000 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. इन सीसीटीवी कैमरों की निगरानी बीपीएससी के केंद्रीय कमांड सेंटर की ओर से की जाएगी. 



बीपीएससी अध्यक्ष ने कहा कि इसके अलावा आयोग ने प्रिंटर से सीधे परीक्षा केंद्रों तक प्रश्नपत्रों के परिवहन के लिए भी नए उपाय पेश किए हैं. उन्होंने कहा कि इस बार प्रश्न पत्र अलग-अलग मुद्रण केंद्रों पर मुद्रित किए गए हैं. विभिन्न सुरक्षा सुविधाओं के साथ सीलबंद प्रश्न पत्र, जीपीएस सक्षम ट्रकों के माध्यम से मुद्रण केंद्रों से सीधे परीक्षा केंद्रों तक भेजे जाएंगे. प्रश्नपत्र ले जाने वाले ट्रकों के साथ वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी होंगे. 


अध्यक्ष ने कहा कहा कि जिन अभ्यर्थियों के फिंगरप्रिंट बार-बार प्रयास करने के बाद भी मेल नहीं खाएंगे और जो चेहरे की पहचान में विफल रहेंगे, उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अनुचित प्रथाओं में लिप्त पाए जाने वाले अभ्यर्थियों को आयोग की तरफ से आयोजित सभी परीक्षाओं में शामिल होने से वंचित कर दिया जाएगा. 


इनपुट: भाषा