पटना: बिहार में अभी बड़े पैमाने पर बीपीएससी शिक्षकों की नियुक्ति (BPSC Teachers Recruitment) चल रही है. वहीं बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति को लेकर राज्य सरकार (Nitish Kumar) पर विपक्ष पूरी तरह से हमलवार है. वहीं, 'हम' संयोजक औऱ नीतीश कुमार के पूराने साथई जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने मंगलवार को ट्वीटर पर पर बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति को लेकर नीतीश सरकार गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि रेलवे के 'लैंड फॉर जॉब' के तर्ज पर ये भर्ती 'मनी फॉर जॉब' स्कीम के तहत की गई है. इसके अलावा उन्होंने बीपीएससी शिक्षक भर्ती को लेकर उच्चस्तरीय जांच की भी मांग की है.


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जीतन राम मांझी ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि 'बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति मामले की उच्चस्तरीय जांच की आवश्यकता है. आरक्षण की अनदेखी करके इस नियुक्ति को रेलवे के लैंड फॉर जॉब के तर्ज पर मनी फॉर जॉब स्कीम के तहत की गई है. पैसा दो सरकारी नौकरी लो घोटाले की जांच उच्च स्तरीय होनी चाहिए. राज्य सरकार ने युवाओं का बेड़ा गर्क कर दिया है.'


बता दें कि बिहार में इस बार 1,70,461 खाली शिक्षक पदों पर बहाली निकाली गई थी. इस परीक्षा में राज्यभर के आठ लाख से अधिक शिक्षक उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे. शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन इस बार बीपीएससी द्वारा किया गया था. जिसके बाद बीपीएससी ने अब शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट भी जारी कर दिया है, लेकिन रिजल्ट को लेकर पूरे राज्य में जमकर बवाल देखने को मिल रहा है. राज्य के सभी जिलों में नियुक्ति की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. इसके अलावा सभी सफल अभ्यर्थियों को उनके जिलों का आवंटन भी कर दिया गया है.


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