छपरा में प्यार...दिल्ली में शादी, मुस्लिम लड़की ने हिंदू बॉयफ्रेंड से मंदिर में लिए सात फेरे
Chhapra News: संजीत कुमार और रोजी खातून ने दिल्ली में मंदिर में शादी रचा ली. साथ ही एक दूसरे को पति पत्नी के रूप में स्वीकार किया. इस मामले में प्रेमी संजीत कुमार और प्रेमिका रोजी खातून ने बताया कि दोनों बालिग हैं. दोनों ने अपनी मर्जी से शादी रचाई है.
Chhapra: जब किसी से इश्क होता है तो वह ना धर्म देखता है, ना ही जाति देखता है. बस प्यार में दीवाना हो जाता है. आपने तो वो डायलॉग्स सुना ही होगा, जिसमें कहा जाता है कि 'इश्क और जंग में सब जायज है.' कुछ ऐसा ही होता दिखाई दिया बिहार के छपरा में, जहां प्रेमी जोड़े ने धर्म की दिवार तोड़ शादी रचाई, और इस बात को साबित कर दिया कि प्यार में दिवाना आशिक जाति, धर्म, ऊंच नीच हर चीज का भेद मिटाकर अपने प्रेमी को पाना चाहता है. आइए पूरा मामला जानते हैं.
दरअसल, ये प्रेम कहानी सारण जिले के छपरा की है. यहां प्रेमी जोड़े ने अपने प्यार के लिए धर्म की दिवार तोड़कर एक दूसरे से शादी रचा ली. मिली जानकारी के अनुसार, सारण जिले के रिविलगंज थाना क्षेत्र के देवरिया गांव निवासी संजीत कुमार बेटे जलेश्वर प्रसाद का रिविलगंज थाना क्षेत्र के जलालपुर गांव निवासी रोजी खातून का बीते छह वर्षों से संजीत कुमार से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों ने अपने प्रेम को परवाना चढ़ाने के लिए 8 अप्रैल को घर से भाग गए.
अब खबर सामने आई कि संजीत कुमार और रोजी खातून ने दिल्ली में मंदिर में शादी रचा ली. साथ ही एक दूसरे को पति पत्नी के रूप में स्वीकार किया. इस मामले में प्रेमी संजीत कुमार और प्रेमिका रोजी खातून ने बताया कि दोनों बालिग हैं. दोनों ने अपनी मर्जी से शादी रचाई है. रोजी खातून ने अपने अपहरण की बात को गलत बताते हुए अपनी मर्जी से शादी करने की बात स्वीकार किया.
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रोजी खातून ने पुलिस के समक्ष अपना बयान दर्ज करवाने के लिए दिल्ली से बिहार आने की बात कही. पुलिस की तरफ से पिता और भाई को हिरासत में लिए जाने पर संजीत कुमार ने कहा कि इस मामले में उनके परिवार के किसी भी सदस्य का कोई लेना-देना नहीं है. उन दोनों ने अपनी मर्जी से शादी रचाई है. इसके बारे में परिजनों को कुछ नहीं मालूम है. प्रेमी ने अपने परिजनों कि रिहाई की मांग की है.
रिपोर्ट: राकेश सिंह