पटनाः Chhath Puja Kharna Rasiyav Roti: छठ पूजा में खरना दूसरे दिन किया जाता है. कार्तिक शुक्ल की पंचमी तिथि को खरना की विधि की जाती है. खरना में व्रती महिलाएं पूरे दिन व्रत रहकर शरीर का शुद्धिकरण करती हैं. इस तरह शाम को सिर्फ एक टाइम ही भोजन किया जाता है. इसमें भी सिर्फ एक बार ही प्रसाद ग्रहण किया जाता है. बिल्कुल साफ-सुथरे चूल्हे पर पहले खरना का प्रसाद बनाया जाता है. इस प्रसाद में रसियाव यानी कि गुण-गन्ने के रस की खीर, रोटी प्रमुख रूप से शामिल होते हैं. रसियाव में शरीर को ऊर्जा देने का गुण होता है. यही रसियाव 36 घंटे तक व्रती को मजबूती देता है. 


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गन्ने के रस में बनाने का तरीका
रसियाव बनाने की विधि बहुत खास है. इसे गन्ने के रस और गुड़ दोनों से बनाया जाता है. अगर आप गन्ने के रस से रसियाव बनाना चाहते हैं तो इस विधि के जरिए प्रसाद तैयार कर सकते हैं. इसके लिए पहले साफ बर्तन में दूध उबालते हैं. उबाल आने के बाद 2-3 घंटे से भीग रहे चावलों को इसी दूध में डालिए. इसे चलाते रहें और उबाल आने पर आंच धीमी कर दें. दूध-चावल के मिश्रण को पकने दें. दूसरे बर्तन में गन्ने के रस को एक उबाल आने तक गर्म कर लें और धीरे-धीरे दूध-चावल में डाल दें. मिश्रण गाढ़ा हो जाए तो चूल्हे से उतार लें. इच्छानुसार मेवे मिला लें. रसियाव तैयार है.


गुड़ से ऐसे बनाएं रसियाव
अगर आप गुड़ से रसियाव तैयार करना चाहते हैं तो चार लोगों के लिए 500 ग्राम चावल, गुड़ 150 ग्राम और दूध 2 लीटर ले लें. सबसे पहले दूध गर्म करके उसमें लगभग एक गिलास पानी मिला दें. साफ धुले चावलों को दूघ में डालकर चावल को धीमी आंच पर अच्छे से पकने दें. जब चावल अच्छे से पक जाएं तो इसे चूल्हे से उतार कर साइड में रख दें. फिर ठंडा होने के बाद इसमें गुड़ को तोड़कर खीर में डाल दें और चम्मच की मदद से अच्छे से मिला लें. खरना का प्रसाद बनकर तैयार है. इसके अलावा गुड़ को पानी में उबालकर तरल बना लें और खीर में मिलाकर गाढ़ा होने तक पकाएं. रसियाव तैयार हो जाएगा. 


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