पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं. यूपी के फूलपुर, मिर्जापुर या फिर अंबेडकर नगर से नीतीश कुमार लोकसभा उम्मीदवार हो सकते हैं. जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इस बात की ओर इशारा किया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यूपी से चुनाव लड़ेंगे नीतीश कुमार!
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे या नहीं लड़ेंगे, यह समय आने पर पता चलेगा. उन्होंने कहा कि कई राज्यों के कार्यकर्ताओं की मांग है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) यूपी के फूलपुर, मिर्जापुर या फिर अंबेडकर नगर से चुनाव लड़ें. जब समय आएगा तो इस पर विचार किया जाएगा.



विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हैं नीतीश
दरअसल, एनडीए से अलग होने के बाद से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हैं. लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्षी एकता को लेकर पटना से लेकर दिल्ली विपक्ष के कई दिग्गजों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिल चुके हैं. जिसमें राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिहं यादव और अखिलेश यादव का नाम प्रमुख है. नीतीश कुमार लेफ्ट के नेताओं को भी लामबंद करने में जुटे हैं.


विपक्ष से पीएम पद के उम्मीदवार होंगे नीतीश? 
लोकसभा चुनाव 2024 में अभी करीब 18 महीने का वक्त है. हालांकि विपक्षी एकता में सबसे बड़ी बाधा प्रधानमंत्री पद का चेहरा चुनने को लेकर है. जेडीयू की ओर से दावा किया जा रहा है कि विपक्ष से नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं. ऐसे में यूपी से नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर सकते हैं.


यूपी में JDU का खाता नहीं खुलेगा: केशव मोर्य 
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फूलपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने तंज किया है. उन्होंने कहा कि 2014 में नीतीश की अगुवाई में बिहार में जेडीयू 2 सीट जीती थी. जब जेडीयू की सीटें बढ़ीं, तो मोदी का चेहरा था. बिना मोदी के चेहरे के नीतीश कुमार बिहार में भी नहीं जीतेंगे. उत्तर प्रदेश में तो खाता भी नहीं खुलेगा.



उत्तर प्रदेश क्यों है महत्वपूर्ण? 
कहते हैं कि दिल्‍ली का रास्‍ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है. दिल्‍ली की सत्ता के लिए हमेशा से ही सबसे ज्‍यादा 80 सीटों वाला उत्‍तर प्रदेश महत्वपूर्ण रहा है. सबसे बड़े राज्‍य यूपी का सियासी ऊंट जिस करवट बैठता है, देश में प्रधानमंत्री पद का रास्ता करीब-करीब साफ हो जाता है. नीतीश कुमार की नजर बिहार के 40 और उत्तरप्रदेश के 80 सीटों पर है. यूपी-बिहार का गठजोड़ लोकसभा में नई समीकरण बनाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है.


ये भी पढ़ें-बिहार: नीतीश कुमार पर केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस बोले-2024 नहीं 2034 की तैयारी करे विपक्ष


(इनपुट-रुपेंद्र श्रीवास्तव)