आखिर कांग्रेस हो गई सतर्क! पीएम मोदी पर बयानबाजी से बचने की क्यों दी सलाह
`मोदी सरनेम` आपराधिक मानहानि मामले में राहुल गांधी को सूरत की अदालत से दो साल की सजा मिलने के बाद उनकी सांसदी चली गई. हालांकि अदालत ने इस मामले में राहुल गांधी की जमानत याचिका पर विचार कर उन्हें जमानत भी दे दी है. अब राहुल गांधी पर इस मामले में 13 मई को सुनवाई होनी है.
पटना: 'मोदी सरनेम' आपराधिक मानहानि मामले में राहुल गांधी को सूरत की अदालत से दो साल की सजा मिलने के बाद उनकी सांसदी चली गई. हालांकि अदालत ने इस मामले में राहुल गांधी की जमानत याचिका पर विचार कर उन्हें जमानत भी दे दी है. अब राहुल गांधी पर इस मामले में 13 मई को सुनवाई होनी है. ऐसे में सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के नेताओं को एक सलाह दी गई है कि वह पीएम मोदी पर बयानबाजी से बचें.
मतलब साफ है कि 'मोदी सरनेम' मामले में राहुल गांधी पर कार्रवाई के बाद से ही कांग्रेस पार्टी सतर्क हो गई है. अब सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है की पार्टी की तरफ से कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधे टिप्पणी करने से पार्टी के नेताओं को बचने की सलाह दी गई है.
मीडिया में आ रही खबरों की मानें तो पार्टी का मानना है कि अगर मोदी के खिलाफ चुनाव के दौरान कोई टिप्पणी की गई तो उसे किसी और रूप में पेश किया जाएगा. इसके जरिए भाजपा चुनावी माहौल को बदलने की कोशिश करेगी. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकाजुर्न खड़गे ने इसके लिए पार्टी के नेताओं को गुजरात का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे उनके बयान को वहां विधानसबा चुनाव के दौरान तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया.
बता दें कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस बढ़ती महंगाई, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर लड़ाई लड़ने के मुड में है. कर्नाटक में 10 मई को मतदान होना है और इसकी मतगणना 13 मई को होगी. बता दें कि 'मोदी सरनेम' के मामले में राहुल गांधी को 2 साल की सजा के खिलाफ उन्होंने सेशंस कोर्ट में अपील की जहां से उन्हें जमानत मिलने के साथ इस मामले की अगली सुनवाई 13 अप्रैल को तय कर दी गई है. बता दें कि राहुल गांधी को सचिवालय की तरफ से सरकारी बंगला खाली करने का भी नोटिस दिया गया है.