पटनाः बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में है. जेडीयू ने एक बार फिर से इस मुद्दे को उठाया है और इस मुद्दे के बाद एक बार फिर से बिहार में राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है.


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भाजपा ने दी प्रतिक्रिया
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि बिहार आखिर खुद को सशक्त क्यों नहीं कर रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आखिर अपने दम पर बिहार का विकास करने में क्यों पीछे हट रहे हैं. जो बार-बार वह केंद्र सरकार के सामने कटोरा लेकर खड़े हो जाते हैं. स्थिति तो इतनी खराब उन्होंने कर दी है कि अब राज्य के कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए भी वह केंद्र का ही मुंह देखते हैं. 


कांग्रेस ने कहा, यह बिहार का हक 
विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर कांग्रेस प्रवक्ता कुंतल कृष्णन ने कहा है कि यह बिहार का हक है और बिहारी क्या किसी भी राज्य का हक है. अगर वह अन्य राज्यों से पीछे है तो उसे विशेष मदद दी जाए लेकिन केंद्र और बीजेपी इस मामले पर राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं, कांग्रेस की तो अपील है कि बीजेपी के नेता भी एक मंच पर आएं और विशेष राज्य के दर्जे की मांग करें.


सौतेलापन कर रही है केंद्र सरकार
विशेष राज्य के दर्जे पर आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव का कहना है कि यह बिहार का हक है और विशेष राज्य का दर्जा जब मिल जाएगा तो बिहार भी अन्य राज्यों से कदमताल करेगा, लेकिन बिहार सरकार से केंद्र सरकार सौतेलापनवाला व्यवहार कर रही है.


दर्जा मिलने से तेज होगा विकास
विशेष राज्य के दर्जे के मसले पर जेडीयू प्रवक्ता डॉक्टर सुनील का कहना है कि यह बिहार का हक है. केंद्र सरकार बिहार के इस मांग पर विचार करे, क्योंकि अगर विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा तो बिहार उतनी तेजी से तरक्की नहीं करेगा हालांकि सीएम नीतीश कुमार अपने संसाधन पर तरक्की कर रहे हैं लेकिन अगर केंद्र से और मदद मिलती है तो बिहार का विकास बहुत तेजी से होगा.