पटनाः Dengue In Patna: राजधानी पटना में लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. पटना में आज बुधवार को डेंगू के 198 मरीज सामने आए है.  जिसके बाद पटना जिले में कुल डेंगू के मरीजों की संख्या 2363 हो गई है. डेंगू रोकने की कवायद जो स्वास्थ्य विभाग से या नगर निगम से होनी चाहिए, वो जमीन पर दिख नहीं रही है. पॉश इलाकों में जरूर फॉगिंग हो रही है, लेकिन स्लम बस्तियों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है. कमला नेहरू नगर जैसी स्लम बस्तियों में डेंगू विस्फोट हुआ है. यहां के लोगों के मुताबिक,अस्पताल में जांच के लिए ही तीन दिनों का इंतजार करना होता है.


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पटना में कहर बनकर टूटा डेंगू 
पटना में इस बार मानसून के दौरान बारिश नहीं हुई, लेकिन पोस्ट मानसून की वजह से राजधानी में डेंगू की दस्तक थोड़ी देरी से हुई है. डेंगू पटना में कहर बनकर टूटा है. शायद ही कोई इलाका ऐसा नहीं है जहां डेंगू कहर नहीं बरपा रहा हो. डेंगू की रोकथाम के लिए पटना नगर निगम ने 11 अक्टूबर से तीन शिफ्ट में फॉगिंग करा रहा है. लिहाजा साधन संपन्न इलाकों में आप फॉगिंग वाली गाड़ियों को देख लेंगे. शिवपुरी इलाके में दोपहर तीन बजे निगम की गाड़ियां फॉगिंग करती दिखीं. हालांकि स्थानीय लोगों की शिकायत है कि जरूरत के लिहाज से फॉगिंग नहीं हो रही है.


पानी जमाव से भिनभिना रहे मच्छर 
ऊंची और शानदार बिल्डिंग इस मोहल्ले की कहानी कहती है लेकिन, यहां गंदगी का आलम है. पुनाईचक में बिल्कुल बीच में बहने वाले नाली की सफाई नहीं हुई. पानी जमाव होने की वजह से यहां मच्छर भिनभिनाते दिखाई देंगे. तीन किलोमीटर लंबे इस नाले को ढका नहीं गया है. खुले नाले की वजह से लोगों का चलना मुश्किल है. उस पर पसरी गंदगी लोगों की परेशानी बढ़ा रही है. दूसरे शब्दों में ये इलाका डेंगू के लिए बिल्कुल मुफीद है.


अंदरूनी इलाके में मिल रहे डेंगू मरीज 
पटना में जिस इलाके में वित्त मंत्री, कृषि मंत्री, बिहार पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी रहते हैं. इनकी चारदीवारी से ही सटा एक इलाका है. जिसे नवकठिया कहा जाता है. नवकठिया इलाका आर्थिक रूप से तंग लोगों का है. हालांकि यहां अंदर जाने के लिए पांच फीट तक की सड़क है. अंदरूनी इलाके में डेंगू के मरीज धड़ल्ले से मिल रहे हैं. एक छह साल का अमन पिछले तीन दिनों से भीषण बुखार से जूझ रहा था. चेक करने के बाद पता चला कि अमन को डेंगू है. फिलहाल अमन का इलाज चल रहा है. अमन को फिलहाल स्लाइन चढ़ाया जा रहा है.


स्लम बस्ती में डेंगू विस्फोट
वहीं बीरचंद पटेल पथ से अंदर जाने पर एक स्लम बस्ती पड़ती है. इसे कमला नेहरू नगर इलाका कहा जाता है. कमला नेहरू स्लम बस्ती में डेंगू विस्फोट हुआ है. इस स्लम बस्ती के बीच से एक नाला बहता है और लिहाजा लोगों की परेशानी बढ़नी लाजिमी है. यहां न निगम का कचरा उठाने वाला वाहन आता है और न ही फॉगिंग वाली गाड़ी. स्थानीय लोगों की समस्या और शिकायत निगम से ज्यादा सरकारी अस्पतालों से हैं. अंजुमन बताते हैं कि, पास के गार्डिनर अस्पताल में सही तरह से इलाज नहीं हो रहा है. अगर सरकारी अस्पतालों के भरोसे रहें तो जान चली जाएगी.


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