Patna: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने राज्य के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से सोमवार को मांग की कि वह रामचरितमानस संबंधी अपनी हालिया 'अपमानजनक' टिप्पणियों के लिए माफी मांगें.  इस मामले को लेकर बिहार विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ.  


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बीजेपी ने उठाया ये मुदा


भाजपा ने इस मामले पर बिहार विधानसभा में चर्चा किए जाने की मांग की, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने उनका अनुरोध मानने से इनकार कर दिया, जिसके बाद विपक्षी पार्टी के विधायक सदन से बाहर चले गए.  


शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर वर्ष 2023 24 के लिए अपने विभाग के बजट पर चर्चा का समापन करने के लिए जैसे ही अपनी सीट से खड़े हुए भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा, 'मंत्री को पहले हिंदुओं की पवित्र पुस्तक के खिलाफ अपनी हालिया टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए.  हम हमारी पवित्र पुस्तकों का अपमान करने वाली इस तरह की टिप्पणियां बर्दाश्त नहीं करेंगे. ' 


अपने बयान पर कायम है चंद्रशेखर


बहरहाल, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं और उन्होंने माफी मांगने से इनकार कर दिया.  शिक्षा मंत्री ने नालंदा विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान जनवरी में यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि महाकाव्य 'रामचरितमानस' ने समाज में सामाजिक भेदभाव को बढ़ावा दिया है.  इस बीच, विधानसभा ने शिक्षा विभाग के वर्ष 2023 24 के बजट को ध्वनि मत से पारित कर दिया.  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने अगले वित्त वर्ष में विभाग के लिए 40,450 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. 


(इनपुट एजेंसी के साथ)