Rashifal: हर दिन आपका जीवन कैसा रहेगा इसको जानने के लिए हम राशिफल का सहारा लेते हैं. जिसके जरिए जानने की कोशिश करते हैं कि आज हमारा दिन कैसा गुजरने वाला है. कई लोग अपनी जन्म की तारीख और महीने के हिसाब से गणना के बाद जो उनकी राशि आती है उसके हिसाब से अपना राशिफल देखते हैं तो वहीं कई लोग अपने नाम के पहले अक्षर के अनुसार अपनी राशिफल को देखते हैं. ऐसे में हम आपको आज बताएंगे कि कैसे राशिफल देखना उचित होता है. 


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सबसे पहले हम आपको हमारे ग्रंथों में और ज्योतिष शास्त्र के सिद्धांतों से लिए गए एक संस्कृत के श्लोक को बताते हैं जिसके अनुसार- 


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके। नामराशि प्रधानत्वं जन्मराशि न चिन्तयेत्।।
इस श्लोक का अर्थ यह है कि सार्वजनिक कार्य के लिए जैसे देश, गांव, युद्ध एवं सेवा जैसे कार्यों के लिए नाम राशि से ही प्रश्नों का विचार करना उचित होता है जबकि किसी जातक की जिंदगी से जुड़े कार्यों चाहे वह मांगलिक हो या व्यक्तिगत इसके लिए जन्मराशि पर विचार करना बेहतर होता है. 


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ऐसे में आपको बता दें कि नाम राशि से ज्यादा ज्योतिष में जन्म राशि की महत्ता बताई गई है. जिसके जरिए किसी भी व्यक्ति के अच्छे, बुरे कार्यों उससे मुक्ति के मार्ग, जीवन में सफलता पाने के उपाय, जीवन को बेहतर बनाने का रास्ता, जीवन में होनेवाले मांगलिक कार्यों के लिए समय, शादी-ब्याह के लिए कुंडली मिलान जैसी चीजों में जन्म राशि की ही गणना को सबसे सही माना गया है. ऐसे में आपको बता दें कि विद्या के आरंभ में विवाह के समय इसके साथ ही यज्ञोपवित जैसे संस्कारों के लिए जन्म राशि को देखा जाता है. वहीं हर दिन का राशिफल जानने के लिए आपको नाम राशि का प्रयोग करना चाहिए. 


अब नाम राशि और जन्म राशि क्या है ये जानें- सबसे पहले आपको बता दें कि बच्चे का जन्म जिस नक्षत्र में हुआ है और उसके अनुसार जो नाम रखा जाता है उस शब्द से जो राशि इंगित है उसको जन्म राशि कहते हैं. वहीं आपने अपने बच्चे का अपनी इच्छा से जो नाम रखा है उसके पहले अक्षर से जो राशि आपको मिली है वह नाम राशि है.