पटनाः Income Tax Return: हर किसी करदाता को टैक्स भुगतान से पहले अपनी आय का लेखा-जोखा देना होता है. इसके लिए करदाता आसानी से ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन टैक्स रिटर्न यानी कि ITR कर पाता है. इनकम टैक्स रिटर्न एक कानूनी प्रक्रिया है. वहीं इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने में इनकम टैक्सपेयर्सों की संख्या के मामले में देश के 20वें पायदान पर बिहार आता है.


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बता दें कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान बिहार के 21 लाख से ज्यादा लोगों ने आयकर रिटर्न फाइल की है. वहीं देशभर में 7,40,09,046 लोगों में इनकम टैक्स रिटर्न फाइल की है. बता दें कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में बिहार 18वें स्थान पर था. 2019-20 में 17वें स्थान पर, 2020-21 में 18वें स्थान पर, 2021-22 में 17वें स्थान पर और अब 2022-23 में 20वें स्थान पर हैं.    


वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, सबसे ज्यादा इनकम टैक्स रिटर्न करने वाले राज्यों में बिहार, महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात शामिल है. इन सब में से इनकम टैक्स फाइल करने के मामले में बिहार देश में 20वें स्थान में शुमार है.    


वहीं बिहार के 22.22 फीसदी लोगों ने ही सरकार को टैक्स दिया है. यानी 78 फीसदी लोगों की टैक्स देनदारी जीरो थी. इसी के साथ 4 लाख 78 हजार 603 लोगों में टैक्स जमा नहीं किया है. वहीं महाराष्ट्र देश में दूसरे स्थान पर सबसे ज्यादा इनकम टैक्स फाइल करता है. वर्ष 2022-23 में महाराष्ट्र से 6 लाख 14 हजार 144.56 करोड़ रुपये की इनकम टैक्स वसूली हुई है. 


वहीं राजधानी दिल्ली टैक्स देनदारी के मामले में देश में दूसरे स्थान पर है. दिल्ली से 2,12,101.08 करोड़ रुपये की टैक्स देनदारी हुई है. कर्नाटक के लोगों ने 2,05,372.11 करोड़ रुपये दिये. जबकि तमिलनाडु 1,07,331.93 रुपये की आयकर वसूली के साथ चौथे स्थान पर रहा. वहीं गुजरात राज्य के इनकम टैक्सपेयर्स ने 83,993.78 करोड़ के साथ पांचवें स्थान पर है.


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