Ranchi: झारखंड में आज (रविवार) से स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत सख्ती (Jharkhand Lockdown Strictness) एक बार फिर से लागू कर दिया गया है. राज्य में 16 मई से 27 मई तक सख्ती से स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह (लॉकडाउन) लागू रहेगा.


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इस दौरान बिना ई-पास (E-pass) के घर से बाहर निकलने पर मनाही है. बसों का परिचालन भी आज से बंद कर दिया गया है. ई-रिक्शा और व्यावसायिक वाहन के लिए पास की आवश्यकता नहीं है. दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों के लिए कुल 98 चेक पोस्ट बनाए गए हैं.


बिना ई-पास के यदि कोई वाहन कानून को हाथ में लेकर निकलती है तो प्राथमिकी दर्ज की जाएगी साथ ही जुर्माना भी वसूला जाएगा. आवश्यक सेवाएं जारी रहेगी, मरीज को इलाज के लिए आने-जाने के लिए पास की जरूरत नहीं होगी.


एक तरफ हेमंत सोरेन सरकार कोरोना पर काबू पाने के लिए लॉकडाउन लगाने की बात कह रही है. तो वहीं आज से स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में सख्ती बढ़ाए जाने के बाद झारखंड बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने नई बंदिशों को लेकर सवाल खड़ा किया है.


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भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि नई-नई बंदिशों से आम लोगों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए. आज से ई-पास शुरू हुआ है, सरकार रिव्यू करे कहां-कहां कठिनाई है और सुधार की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोक पाने में विफल रही सरकार जन स्वास्थ्य सुरक्षा के नाम पर समय-समय पर नए हथकंडे अपना रही है. उसके बावजूद संक्रमण में कमी नहीं आयी है.


बीजेपी प्रवक्ता के अनुसार, संक्रमण अब गांव तक फैल रहा है. ऐसे में कहीं न कहीं सरकार को अपने निर्णय पर पुनर्विचार की आवश्यकता है. आज से ज्यादा सख्ती है, साफ है कि आवश्यक काम के लिए भी लोगों को ई-पास लेना होगा. उन्होंने कहा कि कायदे से ऐसे समय में सरकार को जरूरी सामान की आपूर्ति लोगों के घरों और मोहल्लों तक करना चाहिए जिससे संक्रमण का फैलाव नहीं हो सके.