Patna: मणिपुर मे जदयू को बड़ा झटका लगा है. यहां जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के पांच विधायक शुक्रवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए. जिसके बाद बिहार में सियासी हलचल बढ़ गई है. इसी कड़ी में अब जीतन राम मांझी ने भी बीजेपी पर हमला बोला है. 


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जीतन राम मांझी ने भी बीजेपी पर बोला हमला 


बीजेपी पर निशाना साधते हुए जीतन राम मांझी ने ट्वीट किया, आप किसी दल के विधायक को डरा कर/समझा-बुझाकर/लालच देकर/ब्लैकमेल कर अपने साथ ले सकते हैं पर उससे जनादेश आपके साथ नहीं जा सकता. यदि सच में आप सिद्धांत की बात करते हैं तो उन विधायकों से इस्तीफा दिलाकर उन्हें चुनावी मैदान में भेजिए जनता तय कर देगी कि वह किनके साथ है." 


JDU ने लगाए गंभीर आरोप 


मणिपुर में अपने अधिकांश विधायकों के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के एक दिन बाद जनता दल (यूनाइटेड) (जद-यू)ने शनिवार को अपने पूर्व सहयोगी पर निशाना साधा और अन्य दलों के विधायकों को फंसाने के लिए 'धन बल' का उपयोग करने का आरोप लगाया.


जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा ने मणिपुर में वही किया जो उसने पहले दिल्ली, झारखंड, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में किया था.' उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा, 'अरुणाचल प्रदेश में हमने सात सीटें और मणिपुर में छह सीटें जीती थीं और दोनों राज्यों में हमने सीधे भाजपा को हराकर चुनाव जीता था. 2020 में अरूणाचल प्रदेश में भी यही किया गया जबकि तब हम राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा थे. गठबंधन धर्म, नैतिकता का पाठ पढाने वाले भाजपा के लोगों ने बाद में सात में छह विधायकों को तोड़ लिया और एक को हाल में अपने दल में मिला लिया है. लेकिन मणिपुर में जो कुछ भी हुआ, वहां धन-बल का प्रयोग किया गया है.' 


यह घटनाक्रम ऐसे वक्त हुआ है जब पार्टी यहां अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर रही है और बिहार के मुख्यमंत्री और पार्टी के शीर्ष नेता नीतीश कुमार को राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी भूमिका के रूप में पेश करने की कोशिश कर रही है. 


(इनपुट: भाषा)