पटनाः Kartik Lakshami Maa Aagman: कार्तिक मास भगवान विष्णु का प्रिय महीना होता है. इन दिनों में आप श्री हरि के साथ-साथ तुलसी व माता लक्ष्मी की पूजा भी करें तो इसका जीवन में बहुत लाभ मिलता है. मास में गंगा स्नान के बाद दीप-दान का फल दस यज्ञों के समान होता है. ब्रह्मा, विष्णु, शिव, अंगिरा और आदित्य ने इसे महा पुनीत पर्व कहा है. कार्तिक मास  दान-पुण्य के कार्य विशेष फलदायी होता हैं. 


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सुख और समृद्धि के लिए करें ये सरल उपाय-
मान्यता है कि पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी को उनकी प्रिय वस्तुएं अर्पित करनी चाहिए. इन वस्तुओं में मखाना, सिंघाड़ा, कमल का फूल, पान के पत्ते, सुपारी, इलायची और सफेद कौड़ी शामिल करना चाहिए. मां लक्ष्मी को पान अतिप्रिय है. इसलिए उनकी पूजा में पान जरूर शामिल करना चाहिए. कार्तिक मास मां लक्ष्मी को अर्पित किया गया पान प्रसाद के रूप में सभी लोगों में बांटना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से बरकत घर आती है.


कीजिए अष्ट लक्ष्मी का पूजन
कार्तिक मास में अष्ट लक्ष्मी का पूजन बेहद शुभ फलकारी होता है. एक सुपारी को कलावे से लपेटकर उसे अष्ट लक्ष्मी को अर्पित करना चाहिए. इसके बाद इसे धन के स्थान या तिजोरी में रख देना चाहिए. कहते हैं कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी का घर में हमेशा वास बना रहता है.


इस उपाय से टलेंगे संकट
कार्तिक माह में भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी, यमदेव और पीपल के सामने दीपक जलाने से सभी तरह के संकट टल जाते हैं और घर में सुख-शांति का माहौल बना रहता है. साथ ही इस माह में नदी में दीप जलाने का भी काफी महत्व है और ऐसा करने वालों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस पवित्र माह में नियमित रुप से तुलसी में दीपक जलाना शुभ होता है साथ ही तुलसी की पूजा भी करनी चाहिए। इसके साथ-साथ तुलसी की मिट्टी का तिलक लगाना चाहिए। इससे मनुष्य के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और बुद्धि का भी विकास हो जाता है।


कार्तिक स्नान पूजा
सुबह स्नान करने के पश्चात राधा-कृष्ण का तुलसी, पीपल, आंवले आदि से पूजन करना चाहिए. सभी देवताओं की परिक्रमा करने का महत्व मान गया है. सांयकाल में भगवान विष्णु की पूजा तथा तुलसी की पूजा करें. संध्या समय में दीपदान भी करना चाहिए.


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