KK Pathak News: बिहार के चर्चित आईएएस अधिकारी और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव रहे केके पाठक को अब राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में केके पाठक की नियुक्ति से ही तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है. कहा जा रहा है कि विभागीय अधिकारी सहम गए हैं. केके पाठक के पदभार संभालने से पहले हर एक अधिकारी और कर्मचारी अपना डाटा सुधारने की कोशिश में जुटा हुआ है. लोग अपने कागज दुरुस्त कर रहे हैं. राजस्व विभाग के अधिकारियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि विभाग में पेंडिंग मामलों को तुरंत निपटाया जा रहा है. इसके अलावा कई अधिकारी उनके आने से पहले अपनी छुट्टी बिता लेना चाहते हैं. 


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सोशल मीडिया पर केके पाठक से जुड़े हुए कई पोस्ट वायरल हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर ये बात जोर-शोर से उठ रही है कि अब गरीबों की जमीन पर कोई अमीर कब्जा नहीं कर पाएगा. केके पाठक गरीबों की जमीन हड़पने वाले पर कार्रवाई करेंगे. एक यूजर्स ने लिखा कि जमीन के दलाल और दलाल मुंशी अब विभाग छोड़कर भाग रहे हैं. कई मुंशी छुट्टी पर चले गए हैं. इसे कहते हैं अधिकारी का दहशत. एक अन्य यूजर ने लिखा कि केके पाठक के राज में अब भू माफिया का राज नहीं चलेगा. जमीन दलाल अब दूसरा काम खोजने में लगे हैं.


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एक पोस्ट काफी तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें अधिकारियों की टाइमिंग से लेकर अन्य दिशा-निर्देश लिखे हुए हैं. इसमें दाखिल-खारिज के लिए सिर्फ 10 मिनट का समय लगाने का ही निर्देश लिखा हुआ है. इससे ज्यादा टाइम लगने पर अधिकारी को फाइन भरना पड़ेगा. लिखा है कि 10 मिनट में दाखिल खारिज नहीं करने पर प्रति मिनट 1000 रुपये फाइन. इसमें सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को सप्ताह में दो दिन गांव में कैंप लगाने का निर्देश है.