April fool day : 'अप्रैल फूल' डे 1 अप्रैल का दिन जब आपने किसी ना किसी को दूसरों के साथ मजाक करते और उसे मूर्ख बनाते हुए देखा होगा. इस दिन को 'मूर्ख दिवस' के रूप में मनाया जाता है. मतलब लोगों की नजर में यह लोगों का मजाक उड़ाने या किसी को भी मूर्ख बनाने का दिन है. फिर भी हम आपको इस दिन के बारे में जो बताएंगे वह ना तो आप जानते होंगे और ना हीं आप इसपर भरोसा कर पाएंगे. इसके बारे में जानकर तो आपको भरोसा भी नहीं होगा. 


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दरअसल इस दिन के बारे में आपको हम कह दें कि इसका मूर्खता से कोई लेना-देना नहीं है तो आप मजाक उड़ाने लगेंगे लेकिन सच यही है. ऐसे में हम आपको इस दिन के इतिहास के बारे में बताएंगे और यह भी बताएंगे कि इसे आखिर मूर्ख दिवस के रूप में मनाया क्यों जाता है. 


1 अप्रैल को हर कोई इस कोशिश में रहता है कि अपनों को कैसे मूर्ख बनाया जाए खासकर उसे जिसके साथ आपका मजाक का रिश्ता हो. ऐसे में हर कोई किसी ना किसी झूठ का सहारा लेकर एक दूसरे को मूर्ख बनाने की जुगत में लगा रहता है. ऐसे में जो दूसरे को मूर्ख बनाने में कामयाब हो जाता है वह उसे अप्रैल फूल कहता है. तो आइए हम आपको बताते हैं इस दिन के शुरुआत की पूरी कहानी. 


इस दिन की शुरुआत आज नहीं बल्कि सैकड़ों साल पहले हुई. 1686 में जॉन औबेरी जो कि यूके के बायोग्राफर थे उन्होंने इस दिन की शुरुआत की थी. तब वह इसे फूल्स होली डे के रूप में मनाते थे. इसके कुछ सालों बाद 1698 में अचानक लोगों को एक अफवाह के जरिए एक जगह इकट्ठा किया गया. वह जगह थी टावर ऑफ लंदन. लोगों को कहा गया था कि लोग यहां से दुनिया से लुप्त होनेवाले शेरों को देख सकते हैं. 


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ऐसी अफवाह फैलने के बाद लोग बड़ी संख्या में वहां पहुंचे लेकिन वहां ऐसा कुछ नहीं हुआ. फिर अगले दिन का जब अखबार छपा तो इसमें इस झूठ का पूरा खुलासा था. इसके बाद से ही माना जाता है कि अप्रैल की पहली तारीख को पूरी दुनिया में लोग दूसरे को मूर्ख इस दिन बनाने लगे और यह सिलसिला चल निकला. 


कई देश जैसे फ्रांस और ग्रीस में तो इसे गुड लक के रूप में माना जाता है. आपको बता दें कि यहां माना जाता है कि इस दिन अगर आप मूर्ख बने हैं तो सालों भर आपका गुड लक बना रहेगा. वहीं अमेरिका में इस दिन अगर बरसात हो जाए तो इसे शुभ माना जाता है. वैसे सोशल मीडिया के जमाने में इस तरह की झूठी खबरों को फैलाने पर रोक है लेकिन आज भी लोग इस दिन अपने किसी खास को मूर्ख बनाने से नहीं चूकते हैं.