Bharat Ratna: देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न देने की इस साल की घोषणा पीएम नरेंद्र मोदी ने इस साल कर दी. पीएम मोदी ने बिहार के पूर्व सीएम और जननायक के नाम से मशहूर कर्पूरी ठाकुर को इस सर्वोच्च सम्मान के लिए मरणोपरांत चुना गया है. इसकी घोषणा पीएम मोदी ने मंगलावर को कर दी. बता दें कि यह पुरस्कार 26 जनवरी को राष्ट्रपति के द्वारा दिया जाता है. देश में सबसे पहले यह सम्मान प्रसिद्ध वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकटरमन को प्राप्त हुआ था. 

 


 

बता दें कि एक समय ऐसा भी आया जब 1977 में जनता पार्टी की सरकार ने इस पुरस्कार को बंद कर दिया लेकिन, 1980 में जब कांग्रेस की सरकार बनी तो दोबारा इस पुरस्कार को शुरू किया गया. 1980 में इस पुरस्कार को एक भारतीय नागरिक बन चुकी मदर टेरेसा को दिया गया. यानी साफ है कि कहीं भी इस पुरस्कार को लेकर लिखित प्रावधान नहीं है कि देश का यह सर्वोच्च सम्मान देश के नागरिकों को ही दिया जाएगा. ऐसे में मदर टेरेसा के अलावा दो अन्य गैर भारतीय खान अब्दुल गफ्फार खान और नेल्सन मंडेला को यह पुरस्कार दिया जा चुका है. हालांकि इस पुरस्कार के प्रतिवर्ष दिए जाने का भी कोई प्रावधान नहीं है. वहीं एक साल में तीन व्यक्ति को अधिकतम इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा सकता है. मरणोपरांत यह पुरस्कार सबसे पहली बार पाने वाले भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री थे. इस पुरस्कार की शुरुआत 1954 में भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने की थी. 


खेल की दुनिया की बात करें तो एकमात्र खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को यह सम्मान प्राप्त हुआ है. जिन्हें 2014 में यह पुरस्कार दिया गया. वह सबसे कम उम्र में भारत रत्न प्राप्त करने वाले व्यक्ति भी हैं.   

 

1954 - डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन

              चक्रवर्ती राजगोपालाचारी

               डॉक्टर चन्‍द्रशेखर वेंकटरमण

1955 -    डॉक्टर भगवान दास

                 सर डॉ॰ मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या

                 पंडित जवाहर लाल नेहरु

1957 -     गोविंद वल्लभ पंत

1958 -    डॉ॰ धोंडो केशव कर्वे

1961 -    डॉ॰ बिधन चंद्र रॉय

                पुरूषोत्तम दास टंडन

1962 -   डॉ॰ राजेंद्र प्रसाद

1963 -   डॉ॰ जाकिर हुसैन

               डॉ॰ पांडुरंग वामन काणे

1966 -   लाल बहादुर शास्त्री

1971 -  इंदिरा गाँधी

1975 - वराहगिरी वेंकट गिरी

1976 - के. कामराज

1980 - मदर टेरेसा

1983 - आचार्य विनोबा भावे

1987- खान अब्दुल गफ्फार खान

1988- डॉ॰ एम. जी. रामचन्द्रन

1990 - डॉ॰ भीमराव रामजी आंबेडकर

नेल्सन मंडेला

1991- राजीव गांधी

सरदार वल्लभ भाई पटेल

                   मोरारजी देसाई

1992- मौलाना अबुल कलाम आज़ाद

                    जे आर डी टाटा

                      सत्यजीत रे

1997- ए पी जे अब्दुल कलाम

                    गुलजारी लाल नंदा

                    अरुणा असाफ़ अली

1998- एम एस सुब्बुलक्ष्मी

                   सी सुब्रामनीयम

                   जयप्रकाश नारायण

1999- पंडित रवि शंकर

                   अमृत्य सेन

गोपीनाथ बोरदोलोई

2001- लता मंगेशकर

उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ां

2008- पंडित भीमसेन जोशी

2014- सी एन आर राव

                    सचिन तेंदुलकर

2015-         अटल बिहारी वाजपेयी

                     महामना मदन मोहन मालवीय

2019- प्रणब मुखर्जी

              भूपेन हजारिका

                नानाजी देशमुख

2024-      जनननायक कर्पूरी ठाकुर