Patna: बिहार में 18 से 45 साल की उर्म के लोगों के लिए वैक्सीन की कमी हो गई है. स्थिति यह बन गई है कि जो बिहार इस उम्र के लोगों के टीकाकरण के मामले को लेकर देश में अव्वल था, अब वह पिछड़ता जा रहा है. क्योंकि कई टीकाकरण केंद्र पिछले दो-तीन दिन से बंद है.


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वहीं, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री Mangal Pandey ने कहा कि 'राज्य में टीकाकरण का काम चल रहा है. कुछ केंद्रों पर 18 से 45 साल की उम्र के लोग हैं उनके लिए टिके की अनुपलब्धता के कारण कठिनाई आई है, जिसे एक-दो दिनों में दूर कर लिया जाएगा. राज्य में अभी तक एक करोड़ सात लाख 50 हजार डोज आईं हैं. जिसमें से एक करोड़ तीन लाख डोज लोगों को दी जा चुकी हैं. इससे अतिरिक्त चार लाख डोज बची है उससे टीकाकरण का काम चल रहा है.'


उन्होंने कहा कि 'पिछले 2 दिनों में 18 से 45 वर्ष की उम्र के लोगों के लिए टीका उपलब्ध कराने में कठिनाई आई है.  वहीं, पूरे देश में 18 से 45 वर्ष के लोगों के टीकाकरण की बात करें तो बिहार पहले नंबर पर है. एक-दो दिन में ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण होना शुरू हो जाएगा.'


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इधर, 18 से 45 साल के लोगों को ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन करने के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 'उसका सीधा संबंध टिके की उपलब्धता के साथ है. ऑन स्पॉट उसी समय किया जा सकता है जब हमारे पास उस अनुसार टीका उपलब्ध रहे.'


उन्होंने कहा कि 'अभी जो व्यवस्था है इसे इसलिए बनाया गया है ताकि सेंटरों पर बहुत अधिक भीड़ ना लगे, एक समय में ज्यादा लोग इकट्ठे ना हो और कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन किया जा सके. बाकी आगे आने वाले समय में भारत सरकार जैसा दिशा निर्देश देगी हम उसी के अनुसार काम करेंगे.'


स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारे युवा वर्ग के जो लोग हैं इनके लिए ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन कर टीका लगाने की व्यवस्था करेंगे तो उसके लिए हमारे पास पर्याप्त टीका भी होना चाहिए. जैसे-जैसे टीके की व्यवस्था होगी, वैसे-वैसे हम इन व्यवस्थाओं को आगे बढ़ाएंगे.'