Lalu Yadav Birthday Special: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू यादव आज मंगलवार (11 जून) को अपना 77वां जन्मदिन मना कर रहे हैं. राजद कार्यकर्ता पूरे बिहार में अपने नेता का जन्मदिन बड़ी धूमधाम से मनाने की तैयारी कर रहे हैं. राजद कार्यकर्ता अपने नेता के जन्मदिन के मौके पर पूरे बिहार में तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया है. बीती रात 10 सर्कुलर रोड राबड़ी आवास पर परिवार वालों के बीच लालू यादव का जन्मदिन मनाया गया. इस दौरान तेजप्रताप यादव और रोहिणी आचार्य, राबड़ी देवी भी मौजूद रही. लालू यादव के जन्मदिन को RJD कार्यालय को दुल्हन की तरह सजाया गया है. 


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राजद कार्यालय के बाहर लगा पोस्टर 
लालू यादव के जन्मदिन के मौके पर कार्यकर्ताओं ने राजद कार्यालय के बाहर एक बड़ा सा पोस्टर लगाकर उन्हें जन्मदिन की बधाई दे रहे है. इसके साथ ही उनकी दीर्घायु होने की कामना कर रहे है. कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर पर लिखा है कि सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता के पुरोधा और गरीबों के मसीहा लालू प्रसाद यादव को 77वां जन्मदिन मुबारक हो. लालू यादव दीर्घायु हो इसकी राजद कार्यकर्ता भगवान से कामना करते है. 


आज आवास पर काटेंगे लालू यादव केक
वहीं लालू यादव के जन्मदिन के मौके पर राजद के प्रदेश महासचिव प्रेम गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि लालू प्रसाद यादव के आवास पर 11 जून को सुबह 8:30 बजे जन्मदिन से जुड़े कार्यक्रम की शुरुआत हो जाएगी. आवास पर सभी कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है. लालू यादव आवास पर ही केक काटेंगे. इस कार्यक्रम में भारी संख्या में राजद कार्यकर्ता वहां मौजूद रहेंगे. 


लालू यादव के इन दो फैसलों की आज भी चर्चा 
आज लालू यादव के जन्मदिन के मौके पर हम आपको लालू के कुछ ऐसे फैसलों के बारे में बताने वाले हैं, जो आज भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन जाते हैं. आप ये तो जानते ही है कि लालू यादव ने बतौर मुख्यमंत्री बिहार में लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा को रोककर अपना दम दिखाया था. लालू के इस फैसले की उम्मीद किसी को भी नहीं थी. वहीं जब उन्हें चारा घोटाले के चक्कर में जेल जाना पड़ा था तो उन्होंने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा दिया था. लालू के ऐसे ही कुछ फैसले आज हम आपको बताने वाले है.  


इस एक फैसले ने लालू को बनाया सेक्युलर नेता
लालू यादव की जिंदगी पर लिखी हुई कई किताबें आज बाजारों में उपलब्ध हैं. लालू के आज वो फैसले आज भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. जब उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार करवा दिया था. बात है साल 1990 की, जब लालू ने आडवाणी की रथयात्रा को रोककर उन्हें गिरफ्तार करवाया था. इस फैसले की चर्चा आज भी होती है.    


पत्नी राबड़ी को बना दिया मुख्यमंत्री 
वहीं जब साल 1990 से लेकर 1997 के बीच चारा घोटाले के वक्त लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे और चारा घोटाले का आरोप में फंसे को वे अपना उत्तराधिकारी चुनने को लेकर असमंजस में थे. उस वक्त पार्टी के बड़े-बड़े नेता को लग रहा था कि सीएम की कुर्सी अब उन्हें मिलेगी, लेकिन लालू ने राजनीतिक दांव खेलते हुए 25 जुलाई 1997 को सीएम की कुर्सी अपनी पत्नी राबड़ी देवा को दे दी. उनके इस फैसले ने सबको चौंका दिया था. इस तरह राबड़ी देवी बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं थी. 


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