Mercury Transit 2024: बुध के गोचर से शेयर मार्केट और बिजनेस इन राशियों को मिलेगा लाभ, जानें...
Mercury Transit 2024: बुध ग्रह ने 4 सितंबर 2024 को दोपहर 11:22 बजे सिंह राशि में प्रवेश किया है. यह गोचर 23 सितंबर की सुबह 10:10 बजे तक रहेगा, इसके बाद बुध कन्या राशि में जाएगा. बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशियों का स्वामी है और सूर्य के सबसे निकट होता है. इसे बुद्धि और तर्क का कारक माना जाता है.
Budh Gochar 2024: वैदिक ज्योतिष के अनुसार सभी ग्रह समय-समय पर अपनी राशि बदलते रहते हैं. बुध ग्रह जिसे ग्रहों का राजकुमार माना जाता है, लगभग हर 25 दिनों में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करता है. बुध के राशि परिवर्तन का असर हर राशि के जातकों पर होता है. आचार्य मदन मोहन के अनुसार बुध को वाणी व्यापार और बुद्धि का कारक माना गया है.
आचार्य मदन मोहन के अनुसार बुध ग्रह ने 4 सितंबर 2024 को दोपहर 11:22 बजे सिंह राशि में गोचर किया है. यह गोचर 23 सितंबर की सुबह 10:10 बजे तक रहेगा, जिसके बाद बुध कन्या राशि में प्रवेश करेगा. बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशियों का स्वामी है और यह सूर्य का निकटतम ग्रह भी है. बुध को बुद्धि और तर्क का प्रदाता कहा जाता है. बुध व्यक्ति की हाज़िर जवाबी, विवेक और हास्य-विनोद को भी प्रभावित करता है. हालांकि, कुछ स्थितियों में बुध ग्रह अशुभ भी हो सकता है. बुध ग्रह संचार का भी प्रतिनिधित्व करता है और इसके अधिदेवता भगवान विष्णु हैं.
इसके अलावा बुध का गोचर सिंह राशि में होने से स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है, विशेष रूप से एलर्जी और संक्रमण जैसे रोगों में कमी आएगी. इस अवधि में लोगों की रचनात्मकता बढ़ेगी और शेयर बाजार में उछाल की संभावना है. कीमती धातुओं के दाम कम हो सकते हैं, जबकि खाने-पीने की चीज़ें महंगी हो सकती हैं. बिजनेस करने वालों के लिए यह समय लाभकारी रहेगा, खासकर निवेश और लेन-देन में फायदा हो सकता है. नौकरीपेशा लोग नई नौकरी की तलाश में रह सकते हैं. किसानों को भी दूध और सब्जियों की अधिक पैदावार से फायदा होगा. औद्योगिक क्षेत्र में भी उत्पादन बढ़ेगा, जिससे भावों में स्थिरता आएगी.
बुध ग्रह के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए आचार्य मदन मोहन ने कुछ उपाय सुझाए हैं. बुध से पीड़ित व्यक्ति को मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए. बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं और साबुत हरे मूंग का दान करें। गणेश जी को सिंदूर और दूर्वा (11 या 21 गांठ) चढ़ाएं, जिससे शुभ फल जल्दी मिलता है. पालक का दान करें और कन्या पूजन
कर हरी वस्तुओं का दान करें, जिससे बुध के दोष कम होते हैं और शुभ प्रभाव बढ़ता है.
ये भी पढ़िए- पॉली हाउस और नेट शेड लगाने की सरकार दे रही सब्सिडी, जानें किसानों को कैसे मिलेगा लाभ