Nawada: बिहार में जहरीली शराब कांड के बाद नवादा उत्पाद विभाग की टीम हरकत में आ गई. उत्पाद विभाग ने विशेष अभियान चलाकर जिले के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर शराब मामले में कुल 103 लोगों को गिरफ्तार किया है. उत्पाद विभाग की इस कार्रवाई से शराबियों एवं शराब धंधेबाजों में हड़कंप मच गया है. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार सभी लोगों पर उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार आजाद ने दी जानकारी


उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार आजाद ने बताया कि शराबबंदी को सफल बनाने के लिए जिले के कोने-कोने में छापेमारी किया जा रहा है. 103 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें 12 शराब धंधेबाज एवं 91 शराबी शामिल है. उन्होंने कहा कि शराब पीने वाले एक-दो दिन बच सकते हैं, लेकिन ज्यादा दिन उनकी खैर नहीं है. 


उन्होंने कहा कि शराब पीने वाले का स्वास्थ्य तो खराब हो ही रहा है. साथ ही जिला का पूरी भी बदनाम हो रहा है. जिसको लेकर कौवाकोल, गोविंदपुर एवं रजौली चेक पोस्ट पर विशेष रूप से छापेमारी किया जा रहा है. वहीं सिरदला, हिसुआ सहित तमाम जगहों पर तलाशी अभियान चल रहा है.


उत्पाद अधीक्षक ने शराबियों से अपील किया कि वे शराब पीना बंद करें. शराब पीने से उनका घर परिवार तो बर्बाद हो ही रहा है. साथ ही ऐसे लोगों का स्वास्थ्य भी खराब हो रहा है और शराब पीने के कारण ही गलत आचरण हो रहा है जिससे सड़क पर बदमाशी और छेड़खानी जैसे मामले सामने आते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के कई जिलों में जहरीली शराब पीने के कारण लोगों की मौत हो गई. फिर भी लोग शराब पीने से बाज नहीं आ रहे हैं.


मिर्जापुर को लेकर कही ये बात


मिर्जापुर को लेकर उन्होंने कहा कि मिर्जापुर में सप्ताह में 3 बार छापेमारी की जाती है. छापेमारी में लोग पकड़े भी हैं. लेकिन यह दावा नहीं करता कि मिर्जापुर में शराब नहीं बिकता है. कुछ लोग हैं जो अभी भी शराब के कारोबार में जुड़े हैं. मेरा प्रयास है कि मिर्जापुर में शराब के धंधे को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा. उत्पाद अधीक्षक ने कहा कि जहरीली शराब कांड के बाद से नवादा उत्पाद विभाग पूरी तरह से अलग पर है और लगातार अभियान चलाकर शराब कारोबारियों पर कार्रवाई करने में जुटी है.