Patna: कोरोना (Corona) की दूसरी लहर की वजह से बिहार (Bihar) में लगातार हालात खराब होते जा रहे हैं. राज्य में हर दिन रिकॉर्ड मामले दर्ज किये जा रहे हैं. राज्य में कोरोना की वजह से बिगड़ते हुए हालात की वजह से अब पटना हाई कोर्ट इस मामले पर कार्रवाई कर रही है. इस दौरान कोर्ट ने राज्य सरकार को एक्सपर्ट एडवायजरी कमेटी बनाने का निर्देश दिया था. जिसके बाद सरकार ने राज्य में एक्सपर्ट एडवायजरी कमेटी का गठन कर दिया है. 


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इस नोडल कमेटी में पटना एम्स के निदेशक डॉ पीके सिंह, आरएमआरआइ के रिटायर डायरेक्टर डॉ प्रदीप दास, डॉ विजय प्रकाश, यूनिसेफ के प्रतिनिधि डॉ डॉ. ए ए हई को शामिल हैं. जिस पर कोर्ट ने कहा है कि एक्सपर्ट्स की सलाह को जमीन पर उतारने के लिए डायनेमिक ब्यूरोक्रेट को शामिल करें. इसके अलावा कोर्ट ने कहा कि इसमें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर काम कर रहे संदीप पौंड्रिक को शामिल करें और उन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से जल्द वापस बिहार बुलाया जाया .हाईकोर्ट ने कहा कि इस आपदा के दौरान पौंड्रिक जैसे ऑफिसर की जरूरत है.


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गौरतलब है कि राज्य में बढ़ते हुए कोरोना की मामले की वजह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 15 मई तक लॉकडाउन लागू करने का निर्णय लिया है. उन्होंने ट्वीट कर के लिखा, 'कल सहयोगी मंत्रीगण एवं पदाधिकारियों के साथ चर्चा के बाद बिहार में फिलहाल 15 मई, 2021 तक लाॅकडाउन लागू करने का निर्णय लिया गया। इसके विस्तृत मार्गनिर्देशिका एवं अन्य गतिविधियों के संबंध में आज ही आपदा प्रबंधन समूह (Crisis management Group) को कार्रवाई करने हेतू निदेश दिया गया है.'


बता दें कि बिहार में सोमवार को एक बार फिर से दस हज़ार से ज्यादा मामले दर्ज किये हैं. राज्य में सोमवार को 11407 नए मामले सामने आए हैं. इसके अलावा कोरोना से राज्य में 82 मौतें हुई हैं.