बेरोजगारों के लिए सबसे बड़ी खबर, बिहार में 1.60 लाख नए शिक्षकों की निकलेगी वैकेंसी
Bihar Education News: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार ने जॉब के लिए बड़ा ऐलान कर दिया. माना जा रहा है कि अगस्त के बाद 1.60 लाख नए शिक्षकों की नियुक्ति (New Teacher Recruitment) बहाली के लिए विज्ञापन निकलेगा. इसके अलावा राज्य के सरकारी विद्यालयों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी विधायकों से 10-10 स्कूलों की लिस्ट ली जाएगी.
Bihar Teacher Vacancy: बिहार में शिक्षकों बनने की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बहुत बड़ी खबर नीतीश सरकार ने दी है. नीतीश सरकार प्रदेश में बहुत जल्द 1 लाख 60 हजार शिक्षकों की भर्ती निकालने जा रही है. इसका ऐलान बिहार विधानसभा में शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने किया. सदन में शिक्षा मंत्री ने कहा, 'सरकार ने नए 1.60 लाख शिक्षकों की नियुक्ति का फैसला किया है.' इन भर्तियों के लिए बिहार सरकार ने बिहार लोक सेवा आयोग को अधिसूचना भेज दी है. माना जा रहा है कि इन भर्तियों के लिए अगस्त महीने के बाद विज्ञापन जारी कर दिया जाएगा.
मिली जानकारी के अनुसार, सबसे ज्यादा भर्तियां पारंभिक स्कूलों में होंगी. इन नियुक्तियों में सबसे ज्यादा प्रधान शिक्षक और सामान्य टीचर्स की होंगी. साथ ही माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों के टीचर्स और प्रिंसिपल की भर्ती होगी. जनरल सब्जेक्ट के आलावा सबसे अधिक कम्प्यूटर शिक्षकों की बहाली होगी. इनमें 26 हजार पद खाली हैं. वहीं, कम्यूटर शिक्षकों की भर्ती प्लस टू स्कूलों के लिए होगी. इस दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार में एजुकेशन क्वालिटी के लिए विभाग लगातार प्रयास कर रहा है.
इतना ही नहीं शिक्षा मंत्री ने सभी विधायकों से उनके क्षेत्र के 10-10 स्कूलों की लिस्ट भी मांगी है, जिसका सरकार रेनोवेशन कराएगी. शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने अनुपरक बजट पेश करते हुए कहा, 'प्रथम अनुपूरक में शिक्षा का बजट करीब 10,391 करोड़ रुपए का है. कुल बजट 52 हजार करोड़ रुपए का है, जोकि प्रदेश सरकार के कुल बजट का करीब 18 फीसदी है.'
उन्होंने बताया कि शिक्षा में सुधार के लिए 1.73 लाख शिक्षकों की नियुक्ति एक बार में की गई है. यह अपने आप में रिकार्ड है. शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि राज्य में अभी शिक्षकों की कुल संख्या 5.37 लाख है. शिक्षा मंत्री ने सदन में कहा, 'सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रम को प्रतियोगी बनाया जाएगा, ताकि बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षा में हेल्प मिले.'