मधेपुरा: बिहार में लोकसभा चुनाव 2023 को लेकर तैयारी शुरू हो गई है. इसी कड़ी में अब जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने एक बड़ा संकेत दिया है. उन्होंने संकेत देते हुए कहा है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में वो मधेपुरा से नहीं पूर्णियां से लड़ेंगे.


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जाप प्रमुख देर रात मधेपुरा जिला मुख्यालय स्थित डॉक्टर मधुकर आवास पर एक मृत्यु भोज में पहुंचे थे, जहां उन्होंने कहा कि जहां पर जात-पात की बात होती हैं, वहां पर पप्पू यादव खड़ा नहीं होता है. महागठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि वो हमेशा ही सुख और दुःख दोनों में महागठबंधन के साथ रहे है. जब-जब महागठबंधन पर कोई भी मुश्किल आती है तो पप्पू यादव सबसे पहले खड़ा होता है. चाहे वो सीबीआई का मामला हो या अन्य कोई, पपू यादव ने हमेशा ही महागठबंधन का साथदिया है. 


उन्होंने आगे कहा कि जहाँ पर जाति और धर्म की बात होती हैं, वहां पर पप्पू यादव कभी खड़ा नहीं होता है. पप्पू यादव के लिए सभी जाति और धर्म के लोग बराबर हैं. उन्होंने कहा कि जो यादव खुद को सबसे ज्यादा अमीर समझते हैं, वो लोग सबसे ज्यादा जाति-धर्म की बात करते हैं. पप्पू यादव को जो हजम नही कर पाता है, वो जाति की बात करता है. जहां पर जात-पात होगा, वहां से पप्पू यादव चुनाव नहीं लड़ेंगे. 


कयास लगाए जा रहे हैं कि महागठबंधन का हिस्सा बनने के बाद पप्पू यादव पूर्णिया से चुनाव से लड़ सकते हैं. लेकिन उन्होंने कहा कि अब फ़िलहाल ये तय नहीं हुआ है. आगामी 5 नंबर को जनसंवाद कार्यक्रम है इसके बाद हीं निर्णय लिया जाएगा. वहीं जाप प्रमुख पप्पू यादव ने बीपीएससी दक्षता परीक्षा के सवाल पर उठाया है.