Patna: कोरोना (Corona) की दूसरी लहर का असर बिहार (Bihar) में बढ़ता ही जा रहा है. राज्य में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में मरीजों के सामने ऑक्सीजन की भारी कमी हो रही है. लोगों को हॉस्पिटल में भी बेड नहीं मिले हैं. ऐसे में हालातों में पटना के गौरव राय मरीजों के लिए किसी देवदूत से कम नहीं है. वो लोगों को फ्री में ऑक्सीजन मुहैया करवा रहे हैं. उनके इस नेक काम की वजह से लोग उन्हें अब ऑक्सीजन मैन बुलाने लगे है.


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जीवन के एक पल में बदली कहानी


गौरव के कहानी भी बेहद दिलचस्प हैं. दरअसल, गौरव को 2020 में कोरोना का शिकार होना पड़ा था. इस दौरान उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर का नहीं मिला था. उनकी पत्नी को निजी रूप में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करने में 5 घंटे से ज्यादा का समय लग गया था. वो PMCH में भर्ती थी और कोरोना की कमी से जूझ रहे थे. ऐसे में उन्हें यही पर ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी को जाना और इसे पूरा करने का ठान लिया.


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कोरोना को मात देने के बाद जब वो घर लौटे थे, तो उन्होंने कोविड मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराने की ठानी. शुरुआत में उन्होंने अपने घर में ही ऑक्सीजन सिलेंडर बैंक बनाया. वो जरूरत पड़ने पर आस-पास के लोगों की मदद करते थे. शुरुआत में उनके पास मात्र 10 सिलेंडर थे, लेकिन उनकी मेहनत की वजह से आज उनके पास काफी ज्यादा सिलेंडर हैं.


लोगों की मदद आये हैं आगे


बिहार में ऑक्सीजन मैन नाम से मशहूर 52 वर्षीय गौरव राय अपनी छोटी कार में ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई करते हैं. गौरव राय अपने दिन की शुरूआत सुबह 5 बजे से करते हैं. वो कहते है कि कई लोग तो खुद ही सिलेंडर आकर ले जाते हैं जबकि कुछ को पहुंचना पड़ता है. उन्होंने बताया कि 2020 में 1103 लोगों को उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर दिए हैं. इसके लिए उन्होंने किसी से भी एक रुपया नहीं लिया है.


सरकार से हैं नाराज


वर्तमान हालात को लेकर वो सरकार से खासे नाराज हैं. उनका कहना है कि सरकार अभी कुछ नहीं कर रही है. लोगों को लगातार बेड की कमी और ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी का सामना करना पड़ रहा है. लोग ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी की वजह से मर रहे हैं. ऐसे में सरकार इसके लिए जिम्मेदार है. उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वो भी आगे बढ़कर लोगों की मदद नहीं कर रहें हैं. उनका मानना है कि सरकार भले ही लोगों की मदद न करें लेकिन वो अपनी तरफ से लोगों की पूरी मदद करना चाहते हैं.