Coconut Farming: बिहार के किसान कर सकेंगे नारियल की बागवानी, जानें योजना की प्रक्रिया
Coconut Gardening: कृषि क्षेत्र में बक्सर जिले में नागदी फसलों की खेती का चलन बढ़ रहा है और सरकार इस पर ध्यान दे रही है. इसके लिए कई योजनाएं लागू की जा रही हैं ताकि किसान अधिक मुनाफा कमा सकें.एक किसान न्यूनतम पांच और अधिकतम 712 पौधे ले सकता है. यह योजना शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को लाभ पहुंचाने का उद्देश्य रखती है.
Coconut Farming
कृषि क्षेत्र में बक्सर जिले में नागदी फसलों की खेती का चलन बढ़ रहा है और सरकार इस पर ध्यान दे रही है. कृषि विभाग ने बक्सर जिले में नारियल की बागवानी कराने का निर्णय लिया है और किसानों को इसके लिए अनुदान भी प्रदान किया जाएगा.
Horticulture Depertment
नारियल विकास बोर्ड के अनुसार एक किसान न्यूनतम पांच और अधिकतम 712 पौधे ले सकता है. यह योजना शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को लाभ पहुंचाने का उद्देश्य रखती है.
Coconut Gardening
इस योजना का लाभ सिर्फ रजिस्टर्ड किसानों को ही मिलेगा और नारियल के पौधों को अनुदानित दर पर किसानों को उपलब्ध कराने के लिए उद्यान विभाग की तैयारी है.
Climate Friendly Farming
75 फीसदी तक अनुदान दिया जा रहा है और बक्सर जिले में 800 नारियल के पौधे लगाने का लक्ष्य है. इसके लिए जमीन की रसीद के साथ किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा.
Coconut Farming scheme
चयन प्रक्रिया में पहले आने वाले किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी और पटना स्थित नारियल विकास बोर्ड के माध्यम से जिलावार पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे. उन्हें नियमानुसार वितरित किया जाएगा और एक किसान को न्यूनतम पांच और अधिकतम 712 पौधे उपलब्ध किए जाएंगे.
Coconut
नारियल के पौधे की इकाई लागत 85 रुपए है और प्रति हेक्टेयर 178 पौधे उपलब्ध किए जाएंगे. बक्सर में नारियल का जबरदस्त डिमांड है और इस योजना के तहत 800 पौधे लगाए जाएंगे. इसके लिए जिले के किसानों से आवेदन मांगा गया है और उन्हें जमीन की रसीद के साथ ऑनलाइन आवेदन करना होगा.