पटना: बिहार के लोगों को उनके हितों के प्रति पदयात्रा के माध्यम से लगातार जागरूक कर रहे जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार में लागू शराबबंदी को लेकर भाजपा,जेडीयू,आरजेडी और जीतनराम मांझी की पार्टी के नेताओं की आपस में मिलीभगत की पोल खोलते हुए बड़ा बयान दिया.


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प्रशांत किशोर ने कहा कि शराबबंदी को लेकर जहां तक भाजपा के स्टैंड की बात है तो बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी जैसे लोगों के बोलने का तो कोई मतलब ही नहीं है. अभी कुछ दिनों पहले तक जब ये जेडीयू के साथ सरकार में थे, नीतीश कुमार के साथ अभी एक साल पहले तक तो ये सरकार चला रहे थे, तब तो खुद ही शराबबंदी लागू करने के पक्ष में थे. आज जब विरोध में हैं तो उनके बोलने का कोई मतलब नहीं है.


प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि इसी तरह से तेजस्वी यादव को एक साल पहले तक शराब माफिया दिख रहा था और आज उनको शराबबंदी से फायदा दिख रहा है. जीतनराम मांझी के बेटे अभी कुछ दिनों पहले तक तो बिहार सरकार में मंत्री थे, तो उनको शराबबंदी नहीं दिख रही थी. अब जीतनराम मांझी कह रहे हैं कि उनकी सरकार जब आएगी, तब इसको बदलेंगे.जीतनराम मांझी का लड़का अभी तक तो मंत्री था, अभी फिर से कल जब मंत्री बना जाएगा तो उनको शराबबंदी से फायदा दिखने लगेगा.


उन्होंने आगे कहा कि CM नीतीश पिछले 18 सालों से सत्ता में रहे हैं और हम आज भी उन्हें सत्ता के मामले में पीछे हैं. इसके बाद भी हमने उनसे बेहतर कम किया है. उनके अहंकार ने उन्हें बर्बाद कर दिया है. अगर बिहार में शराबबंदी है तो मुझे दिखाई क्यों नहीं दे रही है. आज कल तो शराब की होम होम डिलीवरी तक हो रही है.