Patna: जदयू के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने का फैसला पार्टी के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने लिया था. इसका खुलासा खुद आरसीपी सिंह (Rcp Singh) ने किया है. उन्होंने कहा कि जब मैं केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हुआ, तो मीडिया में तमाम तरह की खबरें आ रही थीं. कोई कह रहा था कि बारात लेकर गये थे, खुद ही दूल्हा बन गये, लेकिन इस सबमें कोई सच्चाई नहीं है. 


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हमने पिछले 23 साल में कोई भी काम अपने नेता से बात किये बिना नहीं लिया है. बिना उनकी इजाजत के मैंने कोई काम अब तक नहीं किया है, तो क्या केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने का फैसला ले सकता हूं?


2019 और 2021 में बहुत अंतर
पटना पहुंचे आरसीपी सिंह जदयू के प्रदेश कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि लोग ये भी सवाल उठाते हैं कि आखिर जब एक ही व्यक्ति को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होना था, तो 2019 में ही हो जाना चाहिये था. इसका जवाब ये है कि 2019 और 2021 की स्थिति में काफी अंतर है. 2019 में हमारे 73 विधायक थे, लेकिन 2021 में अब 41 विधायक बचे हैं, जबकि लोकसभा में हमारे 16 सदस्य हैं. वहां भाजपा पूरे बहुमत में है. इसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहयोगी दलों को मंत्रिमंडल में शामिल करने का फैसला लिया है.


नीतीश कुमार हमारे सर्वमान्य नेता
उन्होंने कहा कि हर फैसला पार्टी का होता है. जदयू को लेकर भले ही विरोधी कुछ कहें, लेकिन इसके सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार हैं. ललन सिंह और हम अलग नहीं हैं. हम दोनों के बीच आज की दोस्ती नहीं है. हमने लंबे समय से साथ काम किया है. कोई राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे, इससे फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने कहा कि कल मैं अपने गृह जिले नालंदा के दौरे पर जा रहा हूं. उसके बाद शेखपुरा के दौरे पर जाऊंगा. इसी तरह एक-एक कर बिहार के सभी जिलों का दौरा करूंगा, लेकिन कहीं भी सभा का आयोजन और भाषण नहीं होगा. 


2025 की तैयारियों में लगें
हम लोगों के बीच जायेंगे और उनसे मुलाकात करेंगे. आरसीपी सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को अभी से 2025 के चुनाव की तैयारी में लग जाने को कहा. उन्होंने कहा कि अभी 2 सीटों पर उपचुनाव होना है, जिसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को लग जाना चाहिये. दोनों हमारी सीटें हैं, जिन्हें जीतना है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर हमें सब सीटों पर जीत दर्ज करना है, तो हम सबको सौ फीसदी काम करना होगा. 2019 के लोकसभा चुनाव में जदयू 17 सीटों पर लड़ी थी, जिसमें 16 पर जीत मिली थी. केवल किशनगंज की सीट हारे थे, जिसमें 30 हजार वोटों का अंतर था. उसे खत्म करना है. 2024 के चुनाव में हमें किशनगंज सीट भी जीतनी है.


गाड़ी की तरह घर पर झंडा लगायें
आरसीपी सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये कहा कि आप लोग जिस तरह से अपनी गाड़ी में झंडा और पदनाम का बोर्ड लगाये रहते हैं. वैसे ही अपने घर में भी पार्टी का झंडा और पदनाम का बोर्ड लगायें. इससे लोगों को पता चलेगा कि आप नेता नीतीश कुमार की पार्टी से जुड़े हुये हैं. जदयू में किसी नेता और कार्यकर्ता को किसी नेता की परिक्रमा करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इससे पद मिलनेवाला नहीं है. आप गणेश जैसी परिक्रमा नहीं करें, आपको कार्तिकेय का रास्ता अपनाना होगा. आप पूरे प्रदेश का दौरा करें. केवल नेता के आगे पीछे नहीं घूमें.


ज्ञान और शक्ति का जमाना
आरसीपी सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि अभी दो चीजों की पूजा होती है. एक ज्ञान और दूसरा शक्ति है. इसलिए आप ज्ञानी रहें, लेकिन साथ ही शक्ति भी चाहिये. राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन है, इससे फर्क नहीं पड़ता है. हमारे और ललन सिंह में कोई अंतर नहीं है. कलयुग में संघे शक्ति की बात कही गयी है. इसलिए ये मत समझियेगा कि हम अध्यक्ष नहीं हैं, तो आपके बीच नहीं आऊंगा. हम अब आपके गांव में आऊंगा, वहीं आपके बीच बैठकर भोजन करूंगा.