पटनाः बिहार में निगरानी विभाग लगातार सक्रिय है. भ्रष्ट अफसरों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है. बुधवार को पूर्णिया से  निगरानी की टीम ने एक राजस्व कर्मचारी को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है. विभाग की टीम ने कृत्यानंद नगर प्रखंड के परौरा पंचायत के राजस्व कर्मचारी को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. म्यूटेशन के नाम पर राजस्व अधिकारी ने 35 हजार रुपये घूस की मांग की थी. इस मामले में निगरानी की टीम ने कार्रवाई की है.


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जमीन म्यूटेशन के लिए मांगे थे रुपये
निगरानी विभाग के डीएसपी जीतेश पांडे ने इस मामले के बारे में मीडिया को बताया कि नगर निवासी मोहम्मद मुख्तार आलम से राजस्वर कर्मी के भ्रष्टाचार में लिप्त होने की शिकायत मिली थी. उन्होंने बताया कि निगरानी से शिकायत में उन्होंने कहा था कि जमीन म्यूटेशन के लिए 35 हजार रिश्वत राजस्व कर्मचारी मांग रहे हैं. शिकायत मिलने के बाद पटना निगरानी थाना कांड संख्या 00/2023 दर्ज किया गया. दर्ज मामले का सत्यापन करने के बाद निगरानी की टीम ने जाल बिछाकर घूस लेते रंगे हाथ राजस्व कर्मचारी अवधेश कुमार गुप्ता को ऑफिस से गिरफ्तार किया. 


पटना से पहुंची थी टीम
इस मामले में निगरानी की टीम में पुलिस उपाधीक्षक सह अनुसंधानकर्ता जितेश पांडे की अगुवाई में 12 से अधिक निगरानी टीम के सदस्य शामिल रहे. पटना से आई निगरानी की टीम ने आरोपी राजस्व कर्मचारी को अपने साथ पटना लेकर चली गई. वहीं, इस कार्रवाई के बाद जिले के सभी विभागों में हड़कंप मच गया है. इससे पहले निगरानी विभाग ने मुजफ्फरपुर ऐसे ही रिश्वत खोर कर्मी को गिरफ्तार किया था. रिश्वत के मामले में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने जिले के बेला उद्योग केंद्र के उद्योग विस्तार पदाधिकारी हरीश कुमार को उनके कार्यालय से रंगे हाथ 20 हजार घूस लेते हुए गिरफ्तार किया था. आरोपी मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का द्वितीय किस्त भुगतान करने के लिए रिश्वत मांग रहा था.