वैज्ञानिकों ने ढूंढ़ा वायू प्रदूषण से बचने का सस्ता उपाय, कोविड के वेरिएंट्स भी फिल्टर करने का दावा
IIT Kanpur के वैज्ञानिकों ने ऐसा एयर फिल्टर तैयार किया है जो घर के अंदर मौजूद दवा से 99 प्रतिशत तक प्रदूषण को साफ कर देगा. ये काम एयर कंडीशन का फैन मोड ऑन करके भी किया जा सकता है.
पटना: बिहार के कई शहरों में प्रदूषण के कारण एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) खराब स्थिति में पहुंच चुका है. राजधानी पटना की स्थिति भी कुछ खास ठीक नहीं है. ऐसे में आईआईटी कानुपर से एक राहत देने वाली खबर सामने आई है. यहां के वैज्ञानिकों ने एयर कंडीशनिंग सिस्टम को एयर प्यूरीफायर में बदलने की तकनीक ईजाद किया है. इसके वजह से अलग से एयर प्यूरीफायर खरीदने की आवश्यकता नहीं होगी.
कैसे करेगा फिल्टर काम?
IIT Kanpur के वैज्ञानिकों ने ऐसा एयर फिल्टर तैयार किया है जो घर के अंदर मौजूद दवा से 99 प्रतिशत तक प्रदूषण को साफ कर देगा. ये काम एयर कंडीशन का फैन मोड ऑन करके भी किया जा सकता है. इस एयर फिल्टर्स में एंटी माइक्रोबियल एयर प्यूरिफिकेश सिस्टम लगा है.
वैज्ञानिकों का दावा हैं कि इससे कोविड-19 के वेरिएंट्स भी फिल्टर किए जा सकते हैं. इस सिस्टम की शुद्धता सटीक बैठने की करीब 100 फीसदी (99.24 प्रतिशत) है.
क्या है एयर फिल्टर का दाम
जानकारी के अनुसार, इस एयर प्यूरीफायर की कीमत 2000 रुपये रखी गई है. प्रोडक्ट का मार्केटिंग लाइसेंस नई स्टार्ट अप कंपनी AiRTH ने हासिल किया है. प्रोडक्ट का नाम 'क्लीन एयर मॉड्यूल' रखा गया है. अगर आप इस प्रोडक्ट को लेना चाहते हैं कंपनी की वेबसाइट से ले सकते हैं.
इस सिस्टम को आईआईटी कानपुर और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बैंगलोर के वैज्ञानिकों ने मिलकर बनाया है.
इस सिस्टम को Indian Institute of Science, Bangalore के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर डिजाईन किया गया है। आईआईटी कानपुर के रिसर्चर प्रोफेसर अंकुश शर्मा ने कहा,' इस अविष्कार से लोग कोविड-19 से भी बच सकते हैं.' उन्होंने कहा कि बाजार में जो एयर प्यूरीफायर मौजूद हैं, उनकी कीमत 10 हजार रुपये से कम नहीं है.
एयर प्यूरीफायर की खासियत
अंकुश शर्मा ने बताया कि इस सिस्टम की खास बात ये है कि इससे पार्टिकुलेट मैटर यानी PM 2.5, PM 10 धूल और कीटाणु तक कंट्रोल किए जा सकते हैं.