अररिया: महापर्व छठ को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा बिहार के सभी महत्वपूर्ण छठ घाटों पर एसडीआरएफ की टीम को तैनात किया गया है. आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज आलम ने इस बात की जानकारी अररिया में दी. उन्होंने बताया कि सरकार सोशल मीडिया पर लोगों को जागरूक करने की कोशिश की कर रहे हैं. 


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महापर्व छठ तैयारी को लेकर उन्होंने कहा कि महापर्व छठ को लेकर सरकार की ओर से सभी तैयारी की गई है. खासकर कर आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा लोगों को लगातार जागरूक भी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि घाटों पर कैसे सावधानी बरते और गहरे पानी में न जाए, इन सभी जानकारी को लेकर विभाग के द्वारा लगातार सोशल मीडिया और अन्य तरीके से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. साथ ही साथ हमारे एसडीआरएफ की टीम भी सभी महत्वपूर्ण छठ घाटों पर तैनात हैं ताकि किसी भी घाट पर अगर कोई अप्रिय घटना होती है तो उस पर तुरंत एक्शन ले सके. 


बता दें कि लोक आस्था का महापर्व छठ के चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन शनिवार को 'खरना' के साथ ही पूरा माहौल भक्तिमय हो गया. भगवान भास्कर की भक्ति में सराबोर श्रद्धालुओं ने सूर्यास्त के बाद विशेष प्रसाद बनाकर 'खरना' किया. खरना के साथ ही व्रतियों का 36 घंटे तक का निर्जला उपवास शुरू हो गया. पटना के गंगा तटों पर व्रती बड़ी संख्या में जुटे हैं.


व्रती स्नान कर मिट्टी के बने चूल्हे में आम की लकड़ी जलाकर गुड़ में बनी खीर और रोटी बनाकर भगवान भास्कर की पूजा कर भोग लगाया. खरना के बाद आसपास के लोग भी व्रतियों के घर पहुंचे और मांगकर प्रसाद ग्रहण किया. कई व्रतधाारी गंगा के तट पर या जलाशयों के किनारे खरना करते हैं, जबकि कई अपने घरों में ही विधि-विधान से भगवान भास्कर को भोग लगाकर खरना करते हैं. खरना के साथ ही पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है. पटना सहित बिहार के शहरों से लेकर गांवों तक में छठी मइया के गीत गूंज रहे हैं. छठ को लेकर सभी ओर रोशनी की पुख्ता व्यवस्था की गई है. रविवार को छठव्रत करने वाले व्रतधारी जलाश्यों में पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे.


(इनपुट आईएएनएस के साथ)