हजारीबाग: हजारीबाग के झारखंड- बिहार सीमावर्ती क्षेत्र चौपारण क्षेत्र में अफीम तस्करो की मंसूबे अब सातवें आसमान पर पहुंच चुके हैं. अफीम तस्कर जहां हजारीबाग जिले के आसपास क्षेत्र को नशे की लत में डुबाना चाह रहे हैं. वहीं,  अब तस्करों ने अफीम को नष्ट करने गए वन कर्मियों पर जानलेवा हमला कर दिया. 


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जानें क्या है पूरा मामला


यह घटना ढोरिया की है, जब वन विभाग की टीम अफीम विनष्टिकरण कारण करने गए हुए थे. इसी बीच सैकड़ो महिला एवं पुरुषों के द्वारा वन कर्मियों पर जानलेवा हमला कर दिया गया. जिसमे दर्जनों वन कर्मियों को गंभीर चोटे लगी. जिसमें बेहतर इलाज के लिए कुछ को रेफर भी किया गया. 


वनरक्षी पंकज कुमार और वनपाल राहुल कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर जिला के निर्देशानुसार जिले के बरही, चौपारण वन विभाग और गौतम बुद्धा वन आश्रयणी के लगभग 50 कर्मी सयुंक्त रूप से प्रखण्ड के ढोरिया में अफीम खेती के खिलाफ कार्रवाई करने गए हुए थे. लगभग 2 घंटा तक ट्रैक्टर से अफीम लगे फसल को रौंदा जा रहा था. इसी बीच अचानक 50 से अधिक की संख्या में ग्रामीण हथियार के साथ आ धमके और वनकर्मियों पर ढेला पत्थर और तलवार से हमला कर दिया. जिसमें कई वन कर्मियों को गम्भीर रूप से घायल हो गए. घायलों में वनरक्षी बिरेन्द्र कुमार, पशु रक्षक जगदीश यादव, राजकुमार सिंह, दिनेश यादव, केशर सिंह खेरवार, मनोज बिरहोर सहित अन्य शामिल हैं. 


बताया जा रहा है कि वनकर्मियों के पास न ही हथियार था न ही पुलिस बल जिसके कारण सभी को वहां से पीछे हटना पड़ा. इस दौरान ग्रामीणों ने दो ट्रैक्टर और 4 मोटर साइकिल को भी जब्त कर लिया. वहीं एक ट्रैक्टर में आग लगाने और दूसरे को चुराने की सूचना मिल रही है. वन कर्मियों ने बताया कि उक्त गांव के आसपास लगभग 100 एकड़ भूमि पर अफीम की खेती लहलहा रहा है. इधर घटना की सूचना पर थाना प्रभारी शम्भूनन्द ईश्वर चौपारण अस्पताल पहुंचकर घटना की जानकारी ली और घटना स्थल की ओर रवाना हुए.