पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री का सपना है कि हर घर में नल का जल पहुंचे. जल की समस्या को देखते हुए स्पष्ट रूप से निर्देशित भी किया गया है कि कहीं पानी को लेकर किसी को दिक्कत ना हो. विभाग का 4000 चापाकल लगाने का लक्ष्य है 1500 चापाकाल अभी तक लगाया जा चुके हैं और कुछ दिनों में है सभी चापाकल लगा दिया जाएगा.


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जानकारी के अनुसार बता दें कि 8000 चापाकल मरम्मत का काम हो चुका है किसी भी गांव में कहीं भी पानी का दिक्कत नहीं होने दिया जाएगा. 500 टैंकर भी इसको लेकर लगाए गए हैं अगर जरूरत पड़ी तो और भी टैंकर लगाए जाएंगे. सरकार का जो संकल्प है कि हर घर लोगों को शुद्ध नल का जल पहुंचे इसको लेकर भी लगातार प्रयास कर रहा है. पुराने टेंडर को रद्द कर दिया गया है पहले 826 करोड़ का हुआ है. अभी 3600 करोड़ का निविदा रद्द किया गया है. कुल लगभग 4400 करोड़ का टेंडर रद्द किया गया है. नए तरीके से काम करेगी नई टेक्नोलॉजी से विभाग काम करेगी. वाटर वेस्ट को लेकर खराब नल और पुराने नल के जरिए नई तकनीक के नल लगाई जा जाएगी जो खुद से बंद हो जाएगा.


साथ ही बता दें कि टंकी के ऊपर सोलर प्लेट लगाने जा रहे हैं और हर जगह पर ऑटोमेटिक सिस्टम लगाया जा रहा है. जिसके जरिए स्वत टाइम के अनुसार पानी भरेगा और बंद हो जाएगा. बिजली काटने और ट्रांसफार्मर जलने जैसी समस्या को लेकर सोलर के जरिए काम किया जाएगा. टेंडर को हम लोगों ने संशोधित किया है जो वार्ड छूटे हुए थे. उस वार्ड को जोड़े हुए और कई टोला छूटा हुआ था उसको भी जोड़ा गया है. अगले एक सप्ताह के अंदर नए तरीके से टेंडर निकाले जाएंगे और एक महीने के बाद इस पर काम भी शुरू हो जाएगा.


इनपुट- सनी कुमार


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