पटना: Tomato Price: पटना में टमाटर की कीमतों ने आम लोंगो के खाने का स्वाद बिगाड़ दिया है . पिछले दो महीनों से टमाटर की आसमान छूती कीमत से आम लोग टमाटर खरीदने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं . पटना का थोक सब्जी मंडी अंटा घाट में टमाटर की आवक होने के बाद भी खरीदार नहीं है . थोक मंडी में टमाटर 140 रूपये किलो बिक रहा है .जबकि पटना के खुले बाज़ार में 160 से लेकर 200 रूपये टमाटर की बिक्री हो रही है.


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पटना के थोक मंडी के व्यवसायी हीरा लाल कहते हैं कि कर्नाटक से टमाटर मंगवाने में खर्च बहुत है. एक ट्रक का भाडा दो लाख देना पड़ता है. इस कारण टमाटर महंगा बेचना पड़ता है . वही नेपाल के बॉर्डर इलाके से टमाटर मंगवाने पर एक किलो पर ट्रांसपोर्ट का खर्च पांच से छः रुपया आता है . बता दें कि बारिश के मौसम में पूरे बिहार में टमाटर नेपाल और कर्नाटक से ही मंगाया जा रहा है . नेपाली टमाटर की कीमत खुदरा से लेकर थोक बाज़ार में कम है जबकि कर्नाटक और आंध्रा और दूसरे राज्यों से आने वाले टमाटर खुदरा बाजार में 200 रूपये किलो बिक रहे हैं .


टमाटर के बढ़े हुए दाम के बीच लोगों तक टमाटर पहुंचाने का जिम्मा बिस्कोमान ने उठाया है. बिस्कोमान के चेयरमैन सुनील सिंह कहते हैं की जब भी सब्जी फल से लेकर अनाज की कीमत आसमान छूती है. नेफेड के सहयोग से बिस्कोमान आगे आता है और सस्ती कीमत में लोगों तक फल से लेकर सब्जी पहुंचाने की व्यवस्था की जाती है. बिस्कोमान नैफेड के सहयोग से 60 रुपये घाटा सहकर लोगों को महज 70 रुपये किलो टमाटर उपलब्ध करा रहा है . यहां लोग लाइन में खड़े होकर बाज़ार से आधी कीमत पर टमाटर खरीद रहे हैं . बिस्कोमान ने इतना ही नहीं पटना के विभिन्न रिहायशी इलाकों में भी ऑटो पर टमाटर इसी कीमत में उपलब्ध करा रहा है . बिस्कोमान और नैफेड के द्वारा संचालित सस्ता टमाटर केंद्र की लोग जमकर तारीफ़ भी कर रहे हैं .


इनपुट- प्रशांत झा


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