सीवान: Bihar Hooch Tragedy: बिहार में जहरीली शराब की त्रासदी कम नहीं हो रही है. एक के बाद एक जिले में शराब से होने वाली मौतों का सिलसिला जारी है. शराबबंदी के बावजूद बिहार में मौतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. हाल ही में सीवान में हुई नौ मौतों ने फिर से सत्ता और प्रशासन दोनों को हिला कर रख दिया है. मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा सीवान के लकड़ी नबीगंज ओपी थाना क्षेत्र के बाला गांव पहुंचे. यहां उन्होंने पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और सरकार व सीएम नीतीश पर गंभीर आरोप लगाए. 


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राजद-जदयू पर कसा तंज
जानकारी के मुताबिक, विजय सिन्हा मंगलवार को सीवान के बाला गांव पहुंचे. यह गांव जहरीली शराब की त्रासदी का ताजा शिकार बना है.  इस दौरान स्थानीय विधायक और बीजेपी के नेता भी मौजूद रहे. पीड़ित और शोकाकुल परिजनों से मुलाकात के बाद विजय सिन्हा ने सीएम नीतीश और बिहार सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने राजद और जदयू दोनों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एक (लालू यादव) जाति को लेकर नरसंहार करवाते थे तो दूसरे (सीएम नीतीश कुमार) शराब को लेकर करवा रहे हैं.


मुआवजे की मांग की
नेता प्रतिपक्ष यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि ' सीएम और डिप्टी सीएम दोनों को ही केवल सत्ता का लोभ है.इसी लोभ ने पूरे बिहार की जनता को अराजकता से घेर रखा है. लालू प्रसाद यादव जातीय जहर की लहर से जातीय नरसंहार कराते थे. अब ये जहरीली शराब का नरसंहार करा रहे हैं. जिन लोगों की भी जहरीली शराब पीने से मौत हुई है उनके परिजनों और पीड़ित परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए.'


दिसंबर में भी हुईं मौतें
सिन्हा ने कहा कि 'बिहार में हर दूसरे दिन, लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो जा रही है. परिवार बताते हैं कि सभी ने शराब पी थी जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई. दिसंबर में छपरा में कई लोगों की संदिग्थ मौत हो गई थी. सरकार की शराबबंदी पूरी तरह फेल हो रही है. यह ईमानदारी के साथ नहीं लागू है. उन्होंने कहा कि 'जिन्होंने शराब बनाने वाली फैक्ट्री के मालिक को उम्मीदवार बनाया है बिहार में वो शराबबंदी कैसे लागू करेंगे '