कैमूरः कैमूर पहुंचे वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा भाजपा आरक्षण खत्म करना चाहती है. जरूरत है पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज के लोगों को सतर्क रहने की. इस बार भी नगर पंचायत चुनाव में हाई कोर्ट द्वारा जो रोक लगी है, वह भाजपा के कहने पर लगी है और इसका दोष नीतीश कुमार पर ठोक दिया गया है. ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है. भाजपा से अगर मेरा राजनीतिक गठबंधन कभी हो भी सकता है लेकिन व्यक्तिगत कभी नहीं होगा. 


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मुकेश सहनी ने भाजपा पर लगाए आरोप
मुकेश सहनी ने मंच से लोगों को संबोधित करते हुए कहा बिहार में नीतीश कुमार के आने के बाद 4 बार पंचायत चुनाव हुए, लेकिन एक बार भी आरक्षण को लेकर रोक नहीं लगी, क्योंकि भाजपा साथ थी. जैसे ही भाजपा बाहर हुई कोर्ट ने स्टे लगा दिया और पूरे बिहार में निकाय चुनाव को रोक दिया गया. कोर्ट के माध्यम से भाजपा ने सारा गेम खेला और इसका सारा आरोप नीतीश कुमार के पल्ले डाल दिया. क्योंकि हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट नीतीश कुमार के अनुसार नहीं बल्कि केंद्र के अनुसार चलती है. बीजेपी के लोग आरक्षण समाप्त कर देंगे और इसका दोष नीतीश कुमार पर डाल देंगे और कहेंगे 2025 में सत्ता में लाइये तभी हम आपको आरक्षण लागू कराएंगे. 


भाजपा के साथ विचारों का समझौता कभी नहीं
जब मैं भाजपा के साथ था तो मुझे लालू प्रसाद यादव की तरफ से ऑफर आया था लेकिन मैंने उनका ऑफर नहीं स्वीकार किया क्योंकि मैं बेइमानी नहीं जानता था. ऐसे लोगों के साथ बेईमानी ही करना सही था. बीजेपी के लोगों ने हमें अकेले मंत्री से बाहर किय़ा, लेकिन ऊपर वाले ने पूरी सरकार से ही इनको बाहर कर दिया. अगर हम लोग इनके पीछे चले जाएंगे तो भाजपा इसी के बीच खेला कर देगी आरक्षण समाप्त कर देगी. अगर भाजपा के साथ हम कभी राजनीति करें तो सिर्फ पॉलिटिकल समझौता करेंगे लेकिन विचार का समझौता कभी नहीं हो सकता है. 


ऊंची जाति के आरक्षण का विरोध नहीं
भाजपा के लोग जब भी बिहार में चालाकी करना चाहते हैं तब नीतीश कुमार जी उनको औकात दिखाने का काम करते हैं. जैसे कि उन्होंने 2015 में दिखाया था, एक बार फिर उन्होंने बीजेपी को औकात दिखा दी है. बीजेपी वालों ने हमें ऑफर दिया कि आप अपनी पार्टी का हमारी पार्टी में विलय कर दीजिए. हम आगे आपको मुख्यमंत्री बना देंगे,अपना गुलाम बना लेंगे. लेकिन मैंने उनके ऑफर को स्वीकार नहीं किया. हमने जब आप लोगों के लिए आरक्षण की बात कही तो वे कन्नी काट लिये. अगर आर्थिक आधार पर ही आपको आरक्षण देना है तो देश में फिर से जनगणना कराइए, जिसकी जातीय संख्या में है उसके आधार पर उनको आरक्षण का लाभ दीजिए. अब गरीब और गरीब बनते जा रहे हैं. देश के मालिक पीएम मोदी नहीं हैं, वह पिछड़े समाज से आते हैं. वह मालिक होते तो समाज को आगे बढ़ाते लेकिन इनके मालिक RSS है. जो कहता है वही पीएम करते हैं. आपने जो 10% आरक्षण ऊंची जातियों को दिया उसका मैं विरोध नहीं कर रहा हूं, लेकिन हमारे भी गरीबों को आरक्षण मिलना चाहिए.