Patna: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर वास्तविक मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए देशभर में सांप्रदायिक नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य की महागठबंधन सरकार युवाओं के बीच कलम बांट रही है, जबकि भाजपा के नेता नौकरी चाहने वालों को तलवार दे रहे हैं. 


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बिहार की राजधानी पटना में 120336 नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्तिपत्र वितरित करने के लिए आयोजित एक समारोह में तेजस्वी ने कहा, 'आज एक ऐतिहासिक दिन है... देश में कहीं भी एक ही समय में इतने बड़े स्तर पर सरकारी नौकरियां नहीं दी गईं. जिन लोगों को आज नियुक्तिपत्र मिला है, वे इस वर्ष नये उत्साह के साथ दीपावली मनायेंगे.' 


उन्होंने कहा कि बेरोजगारी और गरीबी ऐसे मुद्दे हैं जिन पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है, 'हम युवाओं के बीच कलम बांट रहे हैं, भाजपा के नेता नौकरी चाहने वालों को तलवार दे रहे हैं.' उन्होंने आरोप लगाया, 'नरेन्द्र मोदी सरकार ने हर साल 2 करोड़ नौकरियों का वादा किया था. दस साल बीत गए, लेकिन कुछ नहीं हुआ. बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हमने वादा पूरा किया और 120336 शिक्षकों को नौकरी दी. यह अभियान राज्य में जारी रहेगा.' 


राज्य में शिक्षक भर्ती में घोटाला के विपक्ष के आरोप को खारिज करते हुए उपमुख्यमंत्री यादव ने कहा, 'उन्हें जो कहना है कहने दें... मूल रूप से, भाजपा बिहार सरकार के भर्ती अभियान से बहुत असहज है. मैं भाजपा नेताओं से पूछना चाहता हूं कि जब वे बिहार में सत्ता में थे तो कितनी नौकरियां दीं. उनके पास कोई जवाब नहीं है.' 


राज्य में शिक्षकों के 1.70 लाख पदों के लिए बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा आयोजित परीक्षा में 1.20 लाख उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए. नियुक्तिपत्र वितरण कार्यक्रम राज्य के हर जिले के अलावा पटना गांधी मैदान में आयोजित किये गये थे. बीपीएससी ने बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा 2023 का आयोजन 24, 25 और 26 अगस्त को किया था. परीक्षा राज्य भर में निर्दिष्ट परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी. 


(इनपुट भाषा के साथ)