Rashi Ke Nag Gem Stone: ज्योतिष के अनुसार किसी भी जातक की कुंडली में 12 भाव नवग्रह और 12 राशियां मिलकर इस बात का निर्धारण करती हैं कि किसी जातक के जीवन में किस तरह की स्थिति बनेगी. लोगों को अपनी कुंडली के अनुसार जिन ग्रहों की जैसी स्थिति होती है उसके अनुसार उसके उपाय बताए जाते हैं. ऐसे में ग्रहों की स्थिति के अनुसार रत्नों को धारण करने का भी विधान है. हर ग्रह के अपने रत्न और उसके उपरत्न हैं. कई ग्रहों के रत्न महंगे होते हैं. ऐसे में उनके उपरत्नों को धारण करने का भी विधान है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


बता दें कि कुंडली में राशि के अनुसार ही रत्नों का निर्धारण किया गया है और रत्नों का धारण करते समय इसको लेकर ज्योतिष से उचित सलाह लेने के साथ ही जो रत्न आपकी कुंडली और राशि के अनुसार आपको फलीभूत हो उसी को धारण करना चाहिए. 


ये भी पढ़ें- 2025 तक इन राशियों की होनेवाली है बल्ले-बल्ले, एकदम झक्कास जिंदगी होगी इनकी


ज्योतिष शास्त्र मनुष्य के जीवन में आ रही सारी बाधाओं का समाधान बताता है. ऐसे में ग्रहों की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए ज्योतिष के अनुसार कई तरह के पूजा-पाठ, दान, मंत्र जाप करने के साथ ही रत्न धारण करने के बारे में भी बताया जाता है. ऐसे में जो लोग रत्न धारण करने हैं वह ग्रहों की दशा को अपने अनुकूल बना सकता है. 


ऐसे में आपको बता दें कि कुंडली की 12 राशियों में उनके रत्न का भी निर्धारण किया गया है. बता दें कि इसमें मेष राशि के लिए मूंगा रत्न धारण करना शुभ माना जाता है.वहीं वृषभ राशि के जातकों को हीरा या ओपल धारण करने की सलाह दी जाती है. वहीं मिथुन राशि का स्वामी बुध ग्रह इस राशि के जातक को पन्ना धारण करना चाहिए. वहीं कर्क राशि का राशि स्वामी चंद्रमा है ऐसे में इस राशि के जातक को मोती धारण करना चाहिए. 


वहीं सिंह राशि का स्वामी ग्रह सूर्य है तो ऐसे में इस जातक को माणिक्य पहनना चाहिए. वहीं कन्या राशि के जातक को पन्ना रत्न धारण करना चाहिए. वहीं तुला राशि के जातको को हीरा अथवा जर्किन स्टोन धारण करना श्रेष्ठकर है. वृश्चिक राशि का राशि स्वामी मंगल है, उन्हें मूंगा रत्न धारण करना चाहिए. धनु राशि के जातकों को पुखराज रत्न धारण करना चाहिए. वहीं मकर राशि के जातकों को नीलम धारण करने की सलाह दी जाती है. कुंभ राशि के जातकों को भी नीलम अथवा एमेथिस्ट स्टोन धारण करना बेहतर है. इसके अलावा मीन राशि के जातक को पुखराज धारण करना बेहतर होता है.