नई दिल्ली/पटना : जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के महासचिव और पूर्व राज्यसभा सासंद पवन वर्मा ने तीन तलाक बिल को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि रिश्तों यानी बीजेपी-जेडीयू गठबंधन की चिंता सिर्फ हमें ही क्यों, उन्हें क्यों नहीं? हमारा विरोध बहुत ही तर्कपूर्ण है और यह जारी रहेगा. 


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पवन वर्मा ने कहा कि ट्रिपल तलाक की प्रथा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ हैं. हमारा विरोध उसके नए प्रारूप से है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को बिल में प्रावधान करने से पहले सही तरिके से इसके नफा-नुकसान की जांच करनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि क्रिमिनल लॉ का जो नया प्रावधान लाया गया है, वह गलत है.


जेडीयू नेता ने कहा कि आखिर कोई कैसे ऐसा नियम बना सकता है कि तीन तलाक देने वाले को तीन साल की जेल की सजा भी होगी. उसे लालन-पालन का खर्च भी देना पड़ेगा. यह कैसे संभव है?


उन्होंने कहा कि संविधान की धारा-14 में साफ है कि कोई किसी भी धर्म का हो, किसी भी अपराध के लिए उसके साथ जैसा व्यवहार होना चाहिए. वह आगे कहते हैं कि इस कानून में जो मुस्लमान है उसे तीन साल की सजा होगी और दूसरे धर्म के लोगों पर यह नियम लागू नहीं होगी.


पवन वर्मा ने कहा कि हमारी पार्टी का जो स्टैंड आज है, पहले भी वही था. हम अपने स्टैंड पर कायम हैं. ज्ञात हो कि जेडीयू केंद्र सरकार के तीन तलाक विधेयक का विरोध कर रही है.