बगहा: कहते हैं कि चुनाव नजदीक हो तो नेताजी को जनता के दुख बिना चश्मे के भी नजर आने लगते है और चुनाव बीतते ही उनका अता पता लापता रहता है. ऐसे में बिहार में विधानसभा चुनाव का शंखनाद तो पहले ही हो गया है, लेकिन इसी बीच कोरोना काल ने चुनाव के रौनक पर पानी फेर दिया है. 


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इसी दौरान बगहा में अपने चुने हुए जनप्रतिनिधि से नाराज जनता ने अच्छा सबक सिखा दिया. दरअसल, बगहा में पीपी तटबंध के कटाव का निरीक्षण करने पहुंचे नेताजी का लोगों ने न सिर्फ जमकर विरोध किया बल्कि उन्हें दौरा छोड़ जल्दी वापस लौटने को मजबूर कर दिया.


बाढ़ के बाद कटाव से आक्रोशित ग्रामीणों ने वाल्मीकिनगर विधायक के पहुंचते ही उन्हें घेर लिया और नारेबाजी करने लगे. विरोध बढ़ता देख विधायक रिंकू सिंह ने लौट जाना ही उचित समझा. इस बीच ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं का हवाला देते हुए विधायक जी पर जमकर अपना गुस्सा उतारा.


इससे पहले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले इस तरह के नजारे लगातार देखने को मिल रहे हैं जब क्षेत्रभ्रमण पर निकले नेताजी की जनता जमकर फजीहत कर रही है. 


इससे पहले यूपी-बिहार सीमा पर स्थित पीपी तटबंध पर हो रहे कटाव का जायजा लेने विधायक धीरेन्द्र प्रताप सिंह पहुंचे थे. कटाव से बचाव राहत कार्य समेत विधायक की अनदेखी से दियारा के ग्रामीण नाराज थे. इसका कारण था कि ग्रामीणों ने जमकर विरोध करना शुरू कर दिया.


अभियंताओं और विधायक समेत पुलिस को भी आक्रोशित ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा. भितहा के भुईधरवा चंद्रपुर में गंडक नदी से कटाव की समस्या बढ़ती ही जा रही है जिसकी अनदेखी को लेकर ग्रामीण गुस्से में हैं.