Jharkhand Temples: झारखंड में स्थापित कई ऐसे मंदिर, जहां हर साल श्रद्धालु जरूर करते है दर्शन
Jharkhand Temples: झारखंड राज्य में कई धार्मिक स्थल है. जहां हजार वर्ष पहले से मंदिर स्थापित है. इन मंदिर से जुड़ी बहुत सी मान्यता है. इन मंदिरों में दूर-दूर से लोग दर्शन करने पहुंचते है.
बैद्यनाथ धाम
झारखंड के देवघर में बैद्यनाथ धाम स्थित है. जहां रावण भगवान शिव को लंका लेकर जा रहा था. लेकिन वह अपने मिशन में कामयाब नहीं हो पाया और भगवान शिव देवघर में ही रह गए. तब से यह स्थान बैद्यनाथ धाम के नाम से जाना जाता है. सावन के महीने में यहां भक्तों की भारी भीड़ लगती है.
सूर्य मंदिर
सूर्य मंदिर झारखंड के रांची जिले में स्थित है जो भगवान शिव को समर्पित है. यह झील के बीचो बीच बनाया गया है. यह एक सूर्य तीर्थ स्थल है जहां लोग पूजा पाठ करने आते है. पहले इस स्थान को सीता नी चौरी और रामकुंड के नाम से जाना जाता था.
मां भद्रकाली
चतरा जिले में स्थित यह मंदिर मां भद्रकाली को समर्पित है. यह खास मंदिर हिंदू और बौद्ध धर्म के मिलन को दर्शाता है. मंदिर की सजावट में दोनों धर्मों की झलक पाई जाती है. झारखंड और बिहार के अलावा यहां अन्य राज्यों से भक्त भी माता की पूजा-अर्चना के लिए आते है.
हरिहर धाम मंदिर
हरिहर धाम झारखंड के देवघर में स्थित है. देवघर को भगवान शिव की नगरी भी कहा जाता है. जहां सावन के महीने में भक्तों की भीड़ देखी जा सकती है. हरिहर धाम मंदिर पर स्थित शिवलिंग की ऊंचाई 65 फीट है. लोगों का कहना है. अगर किसी की शादी नहीं हो पा रही है. इस मंदिर में आकर उनकी बात बन जाती है.
कैथा मंदिर
कैथा मंदिर का इतिहास लगभग 350 साल पुराना है. मंदिर के ठीक नीचे गुफा बनी हुई है और यह भी कहा जाता है. इस मंदिर को एक ही रात में बनाकर तैयार किया गया था. राजा-रानी पास के तालाब से स्नान कर गुफा के रास्ते मंदिर आते थे और फिर पूजा करते थे.